Farmers Protest : एमएसपी पर बाजरा की सरकारी खरीद न करने व डीएपी की किल्लत को लेकर जजपा कार्यकर्ता सडक़ों पर उतरे

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JJP workers took to the streets to protest against the government's refusal to procure millet at the MSP and the shortage of DAP.
बाजरा की सरकारी खरीद व डीएपी उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर रोष मार्च निकालते जजपा किसान मोर्चा पदाधिकारी।
  • जजपा की अगुवाई में किसानों ने कस्बे में रोष मार्च निकाला

Charkhi Dadri News(आज समाज नेटवर्क)बाढड़ा। एमएसपी पर बाजरा की सरकारी खरीद न करने व डीएपी की किल्लत को लेकर जजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से सैंकड़ों किसानों के साथ कस्बे में रोष प्रदर्शन करते हुए धरने को समर्थन देते हुए उनकी मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की।जजपा अध्यक्ष विजय श्योराण की अगुवाई में कस्बे के मुख्य क्रांतिकारी चौक से मंडी पहुंचकर जजपा कार्यकर्ताओं के साथ किसानों ने सरकार पर बाजरा खरीद को जानबूझ कर रोकने व किसानों को डीएपी उपलब्ध न करवाने पर दोषी ठहराते हुए सरकार की मनमानी के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरु करने का एलान किया। मंडी परिसर में किसानों, आढतियों को संबोधित करते हुए जजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष नरेश द्वारका ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार किसान व कृषि व्यवस्था को कमजोर कर औद्योगिक घरानों को बढावा दे रही है जिसे किसी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता।

सरकार ने बिना मंडी में जे फार्म वाले किसानों को भावांतर से बाहर कर दिया

विपक्ष में रहकर बड़े बड़े सपने दिखाने वाली भाजपा सत्ता में आते ही किसानों की बजाए पूंजीपतियों के हितों की रक्षा करने में लगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले रबी सीजन से लेकर अब की उत्पादित फसलें पूरी तरह अत्यधिक बरसात की भेंट चढ गई है और मौजूदा समय में जो बची है उसको सरकार खरीदने की बजाए मंडी लाकर निजि व्यापारियों को बेचने का आदेश दे रही है जो न्यायसंगत नहीं है और यह अंभव भी है। सरकार ने बिना मंडी में जे फार्म वाले किसानों को भावांतर से बाहर कर दिया वहीं अब किसान मंडी में किसको बेचे इसके लिए स्वयं व्यपारियों से मन्नत करनी पड़ रही है वहीं उपमंडल समेत आठ जिलों में डीएपी संकट ने किसानों की नींद उड़ा दी है।

जजपा जिला प्रभारी ऋषिपाल उमरवास, जिलाध्यक्ष रविंद्र चरखी व हलकाध्यक्ष विजय श्योराण काकड़ौली ने कहा कि भाजपा सरकार सरकारी पैसे को महोत्सवों पर बर्बाद कर रही है जबकी किसान अपना बाजरा बेचने के लिए मंडी के द्वार व उनके बुजर्ग किसानों, महिलाओं को पैक्स केन्द्रों व पुलिस थानों में टोकन व डीएपी के एक एक बैग के लिए दर दर भटकना आम बात हो गई है। उन्होंने कहा कि जजपा किसान मोर्चा किसानों के साथ किसी तरह का अन्याय सहन नहीं करेगा और जल्द ही राज्य स्तर पर बड़ा आंदोलन शुरु किया जाएगा। आज के धरने पर अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने भागीदारी की। इस दौरान अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।

पूर्व डिप्टी सीएम के शासन में हर दाने की खरीद, मात्र 24 घंटे में होता रहा भुगतान

जजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश द्वारका व जिलाध्यक्ष रविंद्र चरखी ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में उत्पादित बाजरे की खरीद से लेकर अगली फसल बिजाई के लिए डीएपी उपलब्ध करवाने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। सरकार बार बार एमएसपी देने का दावा कर रही है लेकिन अगर बाजरा नहीं बिकेगा तो किसान को निर्धारित दरों की बजाए केवल 1800 से लेकर 1900 में बेचना मजबूरी बन गया है।

सरकार ने जल्द ही खरीद कार्य शुरु नहीं किया तो जजपा किसान मोर्चा पहले प्रत्येक जिले की मंडियों पर पहुंच कर रोष प्रदर्शन करेगी तथा उसके बाद जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर रोष जताएगी। उन्होंने मंडियों के खराब हालातों पर चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब 2000 में श्री ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश के मुख्यमंत्री बने उस समय ही प्रदेश में मंडियों में बाजरा खरीद शुरू हुई थी औश्र उनकी पंरपरा को मजबूत रखते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भाजपा के साथ सत्ता में भागीदार रहते हुए किसान को उसकी फसल का उचित भाव 24 घंटे के अंदर अंदर किसान के खाते में पहुंच जाता था। दुष्यंत चौटाला ने अपने कार्यकाल में किसानों के लिए भावांतर भरपाई योजना लागू की। दुष्यंत चौटाला ने अपने शासनकाल काल पुरे प्रदेश में 1500 नये खरीद केंद्र स्थापित किए, जिससे किसानों अपनी फसल बेचने में सहुलियत हुई।

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