- धुंध में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष सावधानी बरतें : डीसी
Ambala News | आज समाज नेटवर्क | अंबाला। उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने अपने कार्यालय में जिला सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यों बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ-साथ उन्होंने पिछली बैठक के दौरान जिन विषयों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे उसकी समीक्षा की।
उन्होंने बैठक के दौरान सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि आगामी धुंध के सीजन को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग अपने विभाग से संबंधित जो कार्य किए जाने होते हैं उसे समयबद्ध तरीके से करना सुनिश्चित करें।
बैठक में एसपी अजीत सिंह शेखावत, एसीयूटी राहुल कनवरिया, आरटीए सचिव सुशील कुमार, एसडीएम विश्वजीत भारती उपस्थित रहे। उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि धुंध के सीजन में सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, ऐसे में सभी विभाग अपनी जिम्मेवारी के तहत सड़क सुरक्षा संबधी कार्यों पर विशेष ध्यान दें ताकि सड़क दुघटनाओं को रोका जा सके।
इसके साथ-साथ उन्होंने सम्बन्धित को निर्देश दिए कि जिले की सभी प्रमुख सडकों पर व्हाइट रोड मार्किंग, पोल रिफ्लेक्टर, कैट-आइ और कॉमर्शियल वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेपिंग इत्यादि सड़क सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक कार्य जल्द पूरा करवाना सुनिश्चित करें ताकि धुंध के मौसम में वाहन चालकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ-साथ सडकों पर यदि कहीं पर कोई पैचवर्क या अन्य कार्य किए जाने हैं उन कार्यों को प्राथमिकता से करना सुनिश्चित करें।
‘सड़क सुरक्षा प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी’
उपायुक्त ने बैठक के क्रम में यह भी कहा कि सड़क सुरक्षा केवल विभागों की नहीं बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बेसहारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि कोई भी पशु सड़क पर न आए, इसके लिए ठोस और प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यदि कोई पशु दिखाई दे, तो एनएचएआई विभाग के हैल्पलाईन नम्बर 1033 पर कॉल सूचना दें, जिससे एनएचएआई तुरंत कार्रवाई कर सके।
बैठक में ब्लैक स्पॉट्स की विस्तृत समीक्षा की गई और उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जिन स्थानों का पहले से ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया हुआ है उन सभी ब्लैक स्पॉट से संबंधित जो कार्य दुरूस्त किए जाने हैं उसे करना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए। यदि घटना से सम्बन्धित कोई व्यक्ति गंभीर है तो उसे प्राथमिक उपचार देते हुए ट्रामा सैंटर में रैफर करना सुनिश्चित करें ताकि घायल व्यक्ति को समय रहते ईलाज मिल सके और उसकी जान को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए जन सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी विभाग इसमें आमजन का भी सहयोग ले और आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
‘यातायात नियमों के उल्लंधन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए’
उन्होंने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग, ओवरस्पीडिंग रोकथाम व नशे में वाहन चलाने पर सख्त निगरानी रखने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं। इसके लिए पुलिस विभाग स्कूलों व कालेजों में अवेयरनैस कैंप लगाकर युवाओं को नियमों के प्रति जागरूक करे।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का मकसद चालान काटना नहीं है अपितु आमजन को यातायात नियमों के प्रति सचेत करते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी है। उन्होने सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत भी सम्बन्धित को कहा कि वे समय-समय पर स्कूलों संबधी वाहनों को जांचे ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
उपायुक्त ने आमजन से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, सीट बेल्ट व हेलमेट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। चयनित दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में जर्सी बैरियर, रम्बल स्ट्रिप्स, साइन बोर्ड, जेब्रा क्रॉसिंग आदि सुरक्षा सुविधाएं सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
साथ ही सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के पालन की समीक्षा की गई और सभी स्कूल वाहनों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान एंजैडे में रखे बिंदुओं जैसे सडकों की मरम्मत, पैच वर्क कार्य, अवैध कट, दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र व ब्लैक स्पोर्ट व अन्य सडक सुरक्षा से संबंधी कार्यो पर उपायुक्त ने एजेंडेवार विस्तार से समीक्षा की और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
इस साल अब तक 1 लाख 4 हजार 339 चालान काटे गए
बैठक के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों ने उपायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि यातायात नियमों के उल्लंघन करने पर पुलिस विभाग द्वारा जनवरी 2025 से अक्तूबर 2025 की अवधि के दौरान 104339 चालान, जिनमें 3 करोड़ 21 लाख 25 हजार रुपए की राशि के चालान जारी किए गए। जिनमें अधिकांश ओवर स्पीड व बिना हैलमेट व तीन सवारी के दो पहिया वाहन चलाना, शराब पीकर वाहन चालाना व वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करना इत्यादि शामिल है।
वहीं परिवहन विभाग द्वारा अक्तूबर 2025 माह में ओवरलोडिग पर 141 चालान व अन्य 58 चालान पर 92 लाख 7 हजार रुपएं की राशि के चालान जारी किए गए। इस मौके पर आरटीए सचिव सुशील कुमार, कार्यकारी अभियंता जसविन्द्र मलिक, कार्यकारी अभियंता सौरभ गुप्ता, एनएचएआई से पुलकित, डॉ. मयंक गुप्ता, रोडवेज विभाग से अनिल सैनी के साथ-साथ सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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