Punjab CM News : पंजाब के आढ़तियों के हितों की रक्षा करेंगे : मान

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Punjab CM News : पंजाब के आढ़तियों के हितों की रक्षा करेंगे : मान
Punjab CM News : पंजाब के आढ़तियों के हितों की रक्षा करेंगे : मान

मुख्यमंत्री की ओर से आढ़तियों की मांगों को भारत सरकार के समक्ष जोरदार ढंग से उठाने का भरोसा

Punjab CM News (आज समाज), चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आढ़तियों के हितों की रक्षा के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए आज कहा कि राज्य सरकार उनकी जायज मांगों को भारत सरकार के समक्ष जोरदार ढंग से उठाएगी। यहां आढ़तियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उनकी जायज मांगों को पूरी गंभीरता के साथ हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि आढ़तियों की अधिकांश मांगें केंद्र सरकार के दायरे में आती हैं और केंद्र सरकार द्वारा इन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार आढ़तियों की आवाज बनेगी और उनके मुद्दों को केंद्र के समक्ष जोरदार ढंग से उठाएगी।

कमीशन वृद्धि का मामला पहले ही केंद्र के सामने उठाया जा चुका

मुख्यमंत्री ने कहा कि आढ़तियों के कमीशन में वृद्धि का मामला पहले ही केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जा चुका है। उन्होंने आढ़तियों की भूमिका को महत्व न देने के लिए केंद्र की आलोचना की और कहा कि आढ़तिए खरीद कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भगवंत सिंह मान ने आढ़तियों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें पूरी खरीद प्रक्रिया का आधार बताया।

आढ़ती खरीद प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा

आढ़तियों के महत्व को उजागर करते हुए मुख्य मंत्री ने कहा कि आढ़तिए किसानों के बिना वेतन वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, जो फसल उत्पादन और वित्तीय लेन-देन का विस्तृत रिकॉर्ड रखते हैं। अपने पैतृक जिले संगरूर में आढ़तियों के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि वे खरीद प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की ओर से अनाज खरीदती है और सावन मंडीकरण सीजन 2025-26 के दौरान सुचारू और निर्बाध खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बाढ़ ने प्रदेश को पहुंचाया व्यापक नुकसान

हाल ही में आई बाढ़ के कारण हुए भयानक नुकसान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2300 से अधिक गांव डूब गए हैं, जिससे 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और पांच लाख एकड़ में फसलें तबाह हो गईं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि दुखद बात यह है कि इस दौरान 56 लोगों की जान चली गई और लगभग सात लाख लोग बेघर हो गए, साथ ही बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा।