Jammu-Kashmir News: रक्षा मंत्री राजनाथ आज बादल फटने से प्रभावित किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव जाएंगे

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Jammu-Kashmir News: रक्षा मंत्री राजनाथ आज बादल फटने से प्रभावित किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव जाएंगे

Rajnath To Visit J-K Chishoti, Kishtwar, (आज समाज), नई दिल्ली/श्रीनगर: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित बादल फटने से प्रभावित चिशोती गांव जाएंगे। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी इस दौरान राजनाथ के साथ मौजूद रहेंगे। वे जिले के पड्डर इलाके में बचाव एवं राहत अभियान का आकलन करेंगे और साथ ही बादल फटने से आई अचानक बाढ़ से प्रभावित परिवारों से बातचीत भी करेंगे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं।

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राजनाथ पहले जम्मू पहुंचेंगे

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राजनाथ पहले जम्मू पहुंचेंगे और उसके बाद वह उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ सीधे किश्तवाड़ के लिए उड़ान भरेंगे। फिश्र बाढ़ग्रस्त चिशोती जाएंगे। चिशोती में युद्धस्तर पर चल रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेने के बाद, रक्षा मंत्री जम्मू लौटने से पहले बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिलेंगे और उन्हें सांत्वना देंगे। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री चिशोती में राहत और बचाव अभियान की लगातार निगरानी कर रहे हैं और प्रभावित परिवारों को वह पूरी मदद का आश्वासन दे चुके हैं।

14 अगस्त को बादल फटने से आई थी विनाशकारी बाढ़

गौरतलब है कि चिशोती गांव श्री मचैल माता मंदिर तक पहुंचने का अंतिम वाहन-योग्य स्थान है। वहां इस महीने की 14 अगस्त को बादल फटने से विनाशकारी बाढ़ आई थी और इसमें लगभग 70 लोगों की जान चली गई और सार्वजनिक एवं सरकारी बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। भीषण बाढ़ व भूस्खलन में मारे गए चिशोती गांव के लोगों के अलावा जम्मू से आए तीर्थयात्री शामिल हैं।

कश्मीर के इन इलाकों में 26 अगस्त तक भारी बारिश का अनुमान

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अब भी खराब मौसम से राहत के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने 23 से 26 अगस्त तक जम्मू, रामबन, किश्तवाड़, डोडा और पुंछ सहित जम्मू संभाग में कई जगहों पर तीव्र से भारी बारिश की संभावना जताई है। कुछ संवेदनशील जगहों पर बादल फटने या अचानक बाढ़ आने की संभावना है, जिससे भूस्खलन और पत्थर गिरने की संभावना है।

राहत टीमों ने मलबे से मंदिर को पूरी तरह सुरक्षित निकाला

राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ), के अलावा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), स्वयंसेवक, सेना, जम्मू और कश्मीर पुलिस (जेकेपी), गैर सरकारी संगठन और नागरिक सरकारी अधिकारी सहित कई एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। टीमों ने मलबे से एक मंदिर को पूरी तरह सुरक्षित निकालने में कामयाबी हासिल की है। यह मंदिर नाग देवता को समर्पित है।

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