- अगर बेटी नहीं बचाओंगे तो बहू कहा से लाओगे
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी गीता सहारण के निर्देशानुसार इन दिनों आंगनवाडी सुपरवाईजर, वर्कर व हैल्पर द्वारा क्षेत्र के दोनों ब्लाकों दादरी व बाढडा के विभिन्न गांवों में पहुंचकर लगातार ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत उन्हें सामाजिक सरोकारों से जुडे कदमों की जानकारी दी जा रही है साथ में समाज हित में योगदान देने के लिए झिझक छोड़ कर आगे आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इसी कड़ी में आज बाढड़ा की महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनीता सांगवान की अध्यक्षता में गांव नांधा और बिलावल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें वर्कर व हैल्पर द्वारा एक अत्यंत ही गंभीर विषय लिंगानुपात को लेकर महिलाओ को जागरूक किया गया व उनसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं को लेकर विस्तार से जागरूक किया गया।
सुपरवाईजर सुनिता ने बताया कि यह तो हम सभी जानते है कि बिना नारी शक्ति के कोई भी समाज आगे नहीं बढ सकता, चाहे वेा किसी भी क्षेत्र में हो, एक पुरानी कहावत है कि अगर बेटी नहीं बचाओंगे तो बहू कहा से लाओगे।
महिला सरपंच सुदेश रानी व पंच सोनिया ने कहा कि हांलाकि इसे वर्तमान समय में अधिकतर लोग नकार रहे है और बेटा व बेटी में कोई फर्क नहीं समझते लेकिन आज भी समाज का एक विचारधारा का तबका बेटियों को बोझ ही मानता आ रहा है, उनकी सोच व विचारधारा को बदलने की आवश्यकता है। इसलिए ग्रामीण महिलाएं जागरूक बने शिक्षा प्राप्त कर खुले दिमाग से इन विचारों का विरोध गरिमायी तरीके से करते हुए अपने आसपास घर परिवार के ऐसे लोगों को समझाए। लिंगानुपात की स्थिति कुछ हद तक सुधरी है लेकिन और अधिक इसमें ओर अधिक सुधार की गुजाईंश आज भी बाकी है। इस दौरान वर्कर सुदेश, भतेरी, हैल्पर सुमन लता, राजकुमारी, सुमित्रा सहित ज्ञानो, रोशनी, वेदकौर, धनपति, चंद्रकला, सुमन, मंजू आदि थे
Charkhi Dadri News : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत जागरूक करेगी वैन