(Charkhi Dadri News)चरखी दादरी, 24 जून : (प्रविन्द्र सांगवान): जिले में आगामी मानसून को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (हृष्ठक्रस्न) की टीम ने आज मेजर शहाबुद्दीन के नेतृत्व में विभिन्न गांवों में जलभराव संभावित क्षेत्रों का दौरा किया। यह संयुक्त निरीक्षण सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर किया गया, जिसमें विभिन्न गांव जैसे की चरखी, साहुवास, बीरही कलां, निमड़ी, बोंद, रावलधी , मिर्च, मिस्री कमोद,जयश्री, इमलोटा, सहित अन्य गांव शामिल रहे।
एनडीआरएफ की टीम के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पंप स्थापित साइटों पर संयुक्त दौरा किया
निरीक्षण के दौरान टीम ने बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों का गहन अवलोकन किया, जिसमें पंपों की स्थापना, उपकरणों की उपलब्धता और जल निकासी व्यवस्था का विशेष रूप से मूल्यांकन किया गया। सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता वेदपाल सांगवान ने जानकारी दी कि जिले के विभिन्न गांव में अब तक लगभग 65 स्थायी फ्लड पंप साइट्स पर लगभग 103 विभिन्न क्षमता के वीटी पंप (30/50 एचपी) स्थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ इन सभी साइटों के तथा अन्य क्रिटिकल फ्लड साइटों के बिजली कनेक्शन बिजली विभाग को आवेदित कर दिये गए है। एनडीआरएफ की टीम के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पंप स्थापित साइटों पर संयुक्त दौरा किया।
सिंचाई विभाग ने मानसून के मध्यनजर यह भी अवगत कराया कि लगभग 150 मूवेबल विद्युत चालित तथा डीजल चालित पंप सेट चालू हालत में विभाग के पास उपलब्ध हैं जो की मानसून के दौरान जरूरत अनुसार अलग-अलग साइटों पर स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी अवगत कराया कि मुख्यालय के आदेशानुसार गांव के आबादी क्षेत्र एवं तालाबों का वर्षा ऋतु से पहले व वर्षा ऋतु दौरान जल निकासी का कार्य बीडीपीओ एवं ग्राम पंचायत द्वारा किया जाना है जिसके लिए जरूरत पडऩे पर पंप व मोटर सिंचाई विभाग द्वारा उपलब्ध करवाए जाते हैं उन्होंने बताया कि जिले की सभी ड्रेनों की सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया है।
ताकि बरसाती पानी की त्वरित निकासी सुनिश्चित की जा सके द्य कार्यकारी अभियंता द्वारा सिंचाई विभाग के एस.डी.ओ./जे.ई. को यह दायित्व सौंपा गया है कि वे संभावित जलभराव वाले गांवों के सरपंचों से नियमित संपर्क में रहें, ताकि मानसून के दौरान यदि कहीं जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो, तो तुरंत प्रभाव से वहां पंप मोटर स्थापित कर जल निकासी की व्यवस्था की जा सके।सिंचाई विभाग बाढ़ प्रबंधन के लिए पूरी तरह सतर्क है और सभी आवश्यक संसाधन व टीमें अलर्ट मोड पर कार्य कर रही हैं। निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के श्री प्रदीप (एस.डी.ओ.), आशीष देशवाल (एस.डी.ओ.), शुभम (जे.ई.), पवन (जे.ई.), योगेश (जे.ई.) तथा रजनीश (जे.ई.) उपस्थित रहे। जिला प्रशासन ने भी सभी संबंधित विभागों को चौकस रहने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।