नवरात्र में की जाती है जगत की देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा
Shardiya Navratri, (आज समाज), नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र का पर्व आरंभ हो चुका है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त नवरात्र का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को मनचाहा वरदान मिलता है।
साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। अगर आप भी देवी मां दुर्गा की कृपा पाना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्र के दौरान भक्ति भाव से मां जगदंबा की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें।
मां दुर्गा के 108 नाम
- 1. ॐ श्रियै नम:
- 2. ॐ उमायै नम:
- 3. ॐ भारत्यै नम:
- 4. ॐ भद्रायै नम:
- 5. ॐ शर्वाण्यै नम:
- 6. ॐ विजयायै नम
- 7. ॐ जयायै नम:
- 8. ॐ वाण्यै नम:
- 9. ॐ सर्वगतायै नम:
- 10. ॐ गौर्यै नम:
- 11. ॐ वाराह्यै नम:
- 12. ॐ कमलप्रियायै नम:
- 13. ॐ सरस्वत्यै नम:
- 14. ॐ कमलायै नम:
- 15. ॐ मायायै नम:
- 16. ॐ मातंग्यै नम:
- 17. ॐ अपरायै नम:
- 18. ॐ अजायै नम:
- 19. ॐ शांकभर्यै नम:
- 20. ॐ शिवायै नम:
- 21. ॐ चण्डयै नम:
- 22. ॐ कुण्डल्यै नम:
- 23. ॐ वैष्णव्यै नम:
- 24. ॐ क्रियायै नम:
- 25. ॐ श्रियै नम:
- 26. ॐ ऐन्द्रयै नम:
- 27. ॐ मधुमत्यै नम:
- 28. ॐ गिरिजायै नम:
- 29. ॐ सुभगायै नम:
- 30. ॐ अंबिकायै नम:
- 31. ॐ तारायै नम:
- 32. ॐ पद्मावत्यै नम:
- 33. ॐ हंसायै नम:
- 34. ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नम:
- 35. ॐ अपणार्यै नम:
- 36. ॐ ललितायै नम:
- 37. ॐ धात्र्यै नम:
- 38. ॐ कुमार्यै नम:
- 39. ॐ शिखवाहिन्यै नम:
- 40. ॐ शांभव्यै नम:
- 41. ॐ सुमुख्यै नम:
- 42. ॐ मैत्र्यै नम:
- 43. ॐ त्रिनेत्रायै नम:
- 44. ॐ विश्वरूपिण्यै नम:
- 45. ॐ आयार्यै नम:
- 46. ॐ मृडान्यै नम:
- 47. ॐ हींकार्यै नम:
- 48. ॐ क्रोधिन्यै नम:
- 49. ॐ सुदिनायै नम:
- 50. ॐ अचलायै नम:
- 51. ॐ सूक्ष्मायै नम:
- 52. ॐ परात्परायै नम:
- 53. ॐ शोभायै नम:
- 54. ॐ सर्ववणार्यै नम:
- 55. ॐ हरप्रियायै नम:
- 56. ॐ महालक्ष्म्यै नम:
- 57. ॐ महासिद्धयै नम:
- 58. ॐ स्वधायै नम:
- ॐ. स्वाहायै नम:
- 60. ॐ मनोन्मन्यै नम:
- 61. ॐ त्रिलोकपालिन्यै नम:
- 62. ॐ उद्भूतायै नम:
- 63. ॐ त्रिसन्ध्यायै नम:
- 64. ॐ त्रिपुरान्तक्यै नम:
- 65. ॐ त्रिशक्त्यै नम:
- 66. ॐ त्रिपदायै नम:
- 67. ॐ दुगार्यै नम:
- 68. ॐ ब्राह्मयै नम:
- 69. ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नम:
- 70. ॐ पुष्करायै नम:
- 71. ॐ अत्रिसुतायै नम:
- 72. ॐ गूढ़ायै नम:
- 73. ॐ त्रिवणार्यै नम:
- 74. ॐ त्रिस्वरायै नम:
- 75. ॐ त्रिगुणायै नम:
- 76. ॐ निगुर्णायै नम:
- 77. ॐ सत्यायै नम:
- 78. ॐ निर्विकल्पायै नम:
- 79. ॐ निरंजिन्यै नम:
- 80. ॐ ज्वालिन्यै नम:
- 81. ॐ मालिन्यै नम:
- 82. ॐ चचार्यै नम:
- 83. ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नम:
- 84. ॐ कामाक्ष्यै नम:
- 85. ॐ कामिन्यै नम:
- 86. ॐ कान्तायै नम:
- 87. ॐ कामदायै नम:
- 88. ॐ कलहंसिन्यै नम:
- 89. ॐ सलज्जायै नम:
- 90. ॐ कुलजायै नम:
- 91. ॐ प्राज्ञ्यै नम:
- 92. ॐ प्रभायै नम:
- 93. ॐ मदनसुन्दर्यै नम:
- 94. ॐ वागीश्वर्यै नम:
- 95. ॐ विशालाक्ष्यै नम:
- 96. ॐ सुमंगल्यै नम:
- 97. ॐ काल्यै नम:
- 98. ॐ महेश्वर्यै नम:
- 99. ॐ चण्ड्यै नम:
- 100. ॐ भैरव्यै नम:
- 101. ॐ भुवनेश्वर्यै नम:
- 102. ॐ नित्यायै नम:
- 103. ॐ सानन्दविभवायै नम:
- 104. ॐ सत्यज्ञानायै नम:
- 105. ॐ तमोपहायै नम:
- 106. ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नम:
- 107. ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नम:
- 108. ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नम:
ये भी पढ़ें : समृद्धि, जीवनशक्ति और उर्वरता का प्रतीक है जौ