व्यापार समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच चल रही है आपसी खींचतान, भारत अपनी तो अमेरिका अपनी मांग पर अड़ा
US-India Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका ने जब अप्रैल में विश्व के लगभग साढ़े छह दर्जन देशों के खिलाफ नई टैरिफ दरों का ऐलान किया था तो भारत के खिलाफ उसका रवैया बहुत ही नरम था लेकिन कुछ माह बीतने के बाद ही अमेरिका के रवैये में अचानक बदलाव आया और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत 31 जुलाई को भारत पर भारी भरकम टैरिफ लगाने की घोषणा कर डाली।
इसके बाद अमेरिका ने 6 अगस्त को भारत पर टैरिफ दरों को और भी ज्यादा बढ़ा दिया। इस सबके बीच भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत लगातार जारी है। भारत को उम्मीद है कि इसके सार्थक परिणाम निकलेंगे। लेकिन बड़ी बात यह है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बिना नाम लिए सीधा ईशारा कर दिया कि भारत किसी दबाव में झुकने वाला नहीं हैं।
देशवासियों को संबोधित करते हुए ये बोले पीएम
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अमेरिका को बिना नाम लिए स्पष्ट संदेश दे दिया की वे देश के किसी भी वर्ग के हितों की अनदेखी करके किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एक राष्ट्र के लिए आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी आज भी उसकी आत्मनिर्भरता है। आत्मनिर्भर भारत विकसित भारत का आधार भी है। जो दूसरों पर ज्यादा निर्भर रहता है उसकी आजादी पर उतना ही बड़ा प्रश्नचिह्न लग जाता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति को दिया स्पष्ट संदेश
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को संदेश दिया कि भारत टैरिफ को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि वे किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा करेंगे। वे किसी भी गलत नीति से उन्हें बचाने के लिए दीवार बनकर खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान, पशुपालक और मछुआरे हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं। कोई भी नीति जो उनके हितों को खतरे में डालती है, मोदी उसके खिलाफ दीवार बनकर खड़ा है।
भारत अपने किसानों के हितों की रक्षा करने के मामले में कभी समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात रुपये पैसे पाउंड डॉलर तक सीमित नहीं है। आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा रहता है। इसलिए हमारे सामर्थ्य को बचाए रखने और बनाए रखने और बढ़ाए रखने के लिए आत्मनिर्भर होना बहुत अनिवार्य है।
ये भी पढ़ें : GST New Rules : क्या जीएसटी में बदलाव लाएगा आम आदमी की जिंदगी में बदलाव