Uttarakhand Cloudburst: मौसम खुलने से बचाव कार्य में आई तेजी, धराली में उन्नत उपकरण पहुंचाना हमारी प्राथमिकता: SDRF

0
43
Uttarakhand Cloudburst
Uttarakhand Cloudburst: मौसम खुलने से बचाव कार्य में आई तेजी, धराली गांव में उन्नत उपकरण पहुंचाना प्राथमिकता: एसडीआरएफ

Uttarkashi Flash Floods Update, (आज समाज), देहरादून: बदल फटने के बाद भारी बारिश और भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव (Dharali Village) में राहत एवं बचाव का काम जारी है। अब तक 6 मौतों की पुष्टि हुई है और कई लोग अभी लापता हैं। मौसम साफ होने से बुधवार को रेस्क्यू के काम में तेजी आई है। सीमा सड़क संगठन (BRO) के जवान दिन-रात क्षतिग्रस्त रास्तों को साफ करने में जुटे हैं। वहीं  वायुसेना की मदद से पोकलैंड मशीनों को एयरलिफ्ट करके घटनास्थल पर पहुंचाया जा रहा है।

ये भी पढ़ें : Uttarkashi Cloudburst: धराली में फंसे 200 लोग, कई लापता, बचाव में जुटी सेना

मलबे के 50 से 60 फुट ऊंचे ढेर

प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि मौसम खुलने से गांव के चारों ओर कई फुट मलबा जमा होने के कारण वहां फंसे लोगों को निकालना आसान हुआ है। मलबे के 50 से 60 फुट ऊंचे ढेर हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि घटना के दौरान घायल हुए सेना के दो जवानों को बुधवार को हेलिकॉप्टर से हायर सेंटर भेजा गया।

हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाए जाएंगे उन्नत उपकरण

प्रशासन के मुताबिक आज उन्नत उपकरण हवाई मार्ग घटनास्थल पर पहुंचाए जाएंगे ताकि पीड़ितों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के प्रयासों में तेजी आए। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आज हमारी प्राथमिकता उन्नत उपकरणों को हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाना है। इस मशीनरी से मलबे में दबे लोगों की तलाश में भी तेजी आएगी।

मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं लोग

अरुण मोहन जोशी ने बताया कि टूटी व बाधित सड़कों के कारण जिले में और भी अलग-अलग जगहों पर फंसे तीर्थयात्रियों तक भी उन्नत मशीनरी के जरिये बचाव टीमें जल्द पहुंच सकेंगी। उन्होंने कहा, बुधवार को उन्नत उपकरणों के साथ आने वाली हमारी टीमें अवरुद्ध सड़कों के कारण रुकी रहीं। अधिकारी ने कहा कि मलबे के 50 से 60 फुट ऊंचे ढेर हैं और लापता लोग उनके नीचे दबे हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें : Himachal: किन्नौर में बादल फटने से बाढ़, कैलाश यात्रा स्थगित, 400 से अधिक यात्री बचाए