आज समाज, नई दिल्ली: Top 3 cameras Smartphones: आजकल फोटोग्राफी की दुनिया में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले जहां DSLR कैमरों की चर्चा होती थी, वहीं अब स्मार्टफोन ने भी अपने लिए एक अलग जगह बना ली है। DSLR कैमरों के अपने फायदे हैं- बड़े सेंसर, अलग-अलग लेंस इंस्टॉलेशन और फिजिकल कंट्रोल जो तस्वीरों को बेहतरीन बनाने में मदद करते हैं। लेकिन आज के हाई-एंड स्मार्टफोन की कम्प्यूटेशनल पावर ने इस अंतर को कम कर दिया है। सच कहें तो कई बार ये स्मार्टफोन ऐसी तस्वीरें लेते हैं जो DSLR को टक्कर दे सकती हैं, खासकर रोज़ाना के फोटोशूट में।
सैमसंग गैलेक्सी S25 अल्ट्रा
सबसे पहले बात करते हैं सैमसंग गैलेक्सी S25 अल्ट्रा की, जिसे फरवरी 2025 में लॉन्च किया गया था। यह फोन अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता है। इसका 200 मेगापिक्सल का मेन कैमरा इतनी डिटेल देता है कि फोटो में हर छोटी-बड़ी चीज साफ दिखाई देती है। इसमें दो टेलीफोटो लेंस भी हैं- एक 10MP 3x ऑप्टिकल ज़ूम और दूसरा 50MP 5x ऑप्टिकल ज़ूम पेरिस्कोप लेंस है। इसका मतलब है कि आप दूर की वस्तुओं पर आसानी से ज़ूम इन कर सकते हैं और तस्वीरें बहुत साफ़ आती हैं। सैमसंग के AI प्रोविज़ुअल इंजन और जेनरेटिव एडिट 2.0 जैसे फ़ीचर फ़ोटो एडिट करना आसान और स्मार्ट बनाते हैं।
Xiaomi 15 Ultra
दूसरा नाम Xiaomi 15 Ultra है, जो मार्च 2025 में आया था। इस स्मार्टफोन को Leica के साथ मिलकर बनाया गया है और इसमें नया 1-इंच टाइप सेंसर है, जो किसी स्मार्टफोन में मिलने वाला सबसे बड़ा सेंसर माना जाता है। इसका फ़ायदा यह है कि कम रोशनी में भी तस्वीरें कम नॉइज़ वाली और ज़्यादा नेचुरल आती हैं, साथ ही डेप्थ और बोकेह इफ़ेक्ट DSLR जैसा है। Xiaomi 15 Ultra की खास बात इसका स्टेपलेस वेरिएबल अपर्चर है, यानी आप अपर्चर को f/1.6 से f/4.0 तक खुद सेट कर सकते हैं। यह एक्सपोज़र और बोकेह को कंट्रोल करने का DSLR जैसा अनुभव देता है। 4.3x या 5x ऑप्टिकल ज़ूम वाला 200MP अल्ट्रा-टेलीफ़ोटो लेंस लंबी दूरी की तस्वीरों में बेजोड़ डिटेल देता है, जिससे यह ज़ूम फ़ोटोग्राफ़ी के लिए एक मज़बूत विकल्प बन जाता है।
Google Pixel 9 Pro
तीसरा स्मार्टफ़ोन Google Pixel 9 Pro और Pixel 9 Pro XL है, जिसे दिसंबर 2024 में लॉन्च किया गया था। Google की खासियत उनकी कम्प्यूटेशनल फ़ोटोग्राफ़ी है, जो Tensor G4 चिप और Gemini AI की मदद से नई ऊंचाइयों पर पहुँच गई है। इन फ़ोन में 50MP का मेन कैमरा और 5x ऑप्टिकल ज़ूम वाला 48MP का टेलीफ़ोटो कैमरा है। Google के नाइट साइट मोड, मैजिक एडिटर और बेस्ट टेक जैसे फ़ीचर यूज़र के लिए जटिल फ़ोटोग्राफ़ी कार्यों को बहुत आसान बनाते हैं, जिससे बिना ज़्यादा मेहनत के बेहतरीन तस्वीरें बनती हैं।
अब जाहिर है, DSLR की अपनी जगह है। इसका बड़ा सेंसर, रियल लेंस वैरायटी और फ़िज़िकल कंट्रोल अभी भी किसी भी स्मार्टफ़ोन से बेहतर हैं। असली बोकेह इफ़ेक्ट अभी भी DSLR से आता है, जो तस्वीरों को एक प्रोफ़ेशनल लुक देता है। लेकिन आम यूजर जो रोज़मर्रा की तस्वीरें या सोशल मीडिया के लिए तस्वीरें क्लिक करते हैं, उनके लिए ये लेटेस्ट फ्लैगशिप स्मार्टफोन एक बेहतरीन विकल्प हैं। ये न सिर्फ़ पोर्टेबल हैं बल्कि एडवांस्ड AI फ़ीचर की मदद से हर तरह की तस्वीरों में कमाल करते हैं।
तो आज के दौर में अगर आप फोटोग्राफी में DSLR और स्मार्टफोन के बीच प्रतिस्पर्धा को देखें तो साफ़ है कि दोनों की अपनी-अपनी जगह है। लेकिन स्मार्टफोन एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां वे आम यूजर को प्रीमियम और प्रोफेशनल क्वालिटी की तस्वीरें देने में पूरी तरह सक्षम हैं। बस आपको अपनी ज़रूरत और पसंद के हिसाब से इनमें से किसी एक को चुनना है – एक पारंपरिक DSLR या एक तकनीक से भरपूर स्मार्टफोन।