- प्रधानमंत्री मोदी व अन्य नेताओं ने जताया शोक
Former Union Minister Shivraj Patil Died, (आज समाज), लातूर (महाराष्ट्र): कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल का निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार थे। महाराष्ट्र के उदगीर जिले के लातूर स्थित अपने घर में उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली। उनके परिवार में बेटा शैलेश पाटिल, बहू अर्चना और दो पोतियां हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस लीडर और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी व अन्य नेताओं ने शिवराज पाटिल के निधन पर शोक जताया है।
10वीं लोकसभा के स्पीकर रहे, 2004 से 2008 तक गृह मंत्री
पाटिल 2004 से 2008 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय गृह मंत्री रहे।इसके अलावा उन्होंने केंद्र में कई पद और कार्यभार संभाले, जिनमें रक्षा राज्य मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, अंतरिक्ष और महासागर विकास और राजीव गांधी की सरकार में कार्मिक, रक्षा उत्पादन मंत्री शामिल हैं। शिवराज पाटिल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा राहुल गांधी और राजीव गांधी के भरोसेमंद थे। 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान वह गृह मंत्री थे। इन बर्बर हमलों के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ : मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने निधन पर एक्स पर लिखा, शिवराज पाटिल जी के गुजर जाने से दुख हुआ। वह एक अनुभवी नेता थे, जिन्होंने अपने लंबे पब्लिक जीवन में एमपी, एमएलए, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर और बतौर लोकसभा स्पीकर भी काम किया। पीएम ने लिखा, शिवराज पाटिल समाज की भलाई में योगदान देने को लेकर बहुत पैशनेट थे। उन्होंने कहा, पिछले कुछ सालों में मेरी उनसे कई बार बातचीत हुई, सबसे हाल की बातचीत तब हुई जब वह कुछ महीने पहले मेरे घर आए थे। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने लास्ट में लिखा, ओम शांति।
पाटिल जी के निधन पर बहुत दुख हुआ : प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने लिखा, कांग्रेस के सीनियर लीडर, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व लोकसभा स्पीकर श्री शिवराज पाटिल जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। भगवान दिवंगत आत्मा को शांति दे। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। पाटिल जीका जाना कांग्रेस परिवार के लिए एक ऐसा नुकसान है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। अजीत पवार ने कहा कि उनका निधन एक सुसंस्कृत और विद्वान व्यक्तित्व का नुकसान है।
12 अक्टूबर, 1935 को लातुर में हुआ था जन्म
शिवराज पाटिल का जन्म महाराष्ट्र के लातूर में 12 अक्टूबर, 1935 को हुआ। उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन और मुंबई यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री की। इसके बाद वह राजनीतिक में एक्टिव हो गए। शिवराज पाटिल 1991 से 1996 तक 10वीं लोकसभा के स्पीकर रहे। इसके अलावा उन्हें 2010 से 2015 तक पंजाब का गवर्नर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का एडमिनिस्ट्रेटर भी नियुक्त किया गया था। लातूर में नगर परिषद प्रमुख के तौर पर पाटिल ने शुरूआत की। वह जल्द ही राज्य की राजनीति के मैदान में आ गए और 1972 में लातूर से अपनी पहली चुनावी जीत दर्ज की। 1978 में उसी सीट से दोबारा चुने जाने के बाद उन्होंने जल्द खुद को एक बड़े राजनीतिक नेता के तौर पर स्थापित कर लिया।
1980 में लातूर सीट से पहली लोकसभा जीत दर्ज की
महाराष्ट्र की राजनीति में अपने समय के दौरान, कांग्रेसी नेता ने स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और उप विधि मंत्री जैसे कई पदों पर काम किया। 1980 में, शिवराज पाटिल ने लातूर सीट से अपनी पहली लोकसभा जीत दर्ज की। यह उन सात लगातार लोकसभा जीतों में से पहली थी, जब वह भाजपा के रूपाताई पाटिल निलंगेकर से हार गए थे। जीत का सिलसिला 2004 में रुका।
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