Tula Sankranti: तुला संक्रांति 17 अक्टूबर को, सूर्य देव की कृपा से हर काम में मिलेंगी सफलता

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Tula Sankranti: तुला संक्रांति 17 अक्टूबर को, सूर्य देव की कृपा से हर काम में मिलेंगी सफलता
Tula Sankranti: तुला संक्रांति 17 अक्टूबर को, सूर्य देव की कृपा से हर काम में मिलेंगी सफलता

सूर्य का तुला राशि में होने वाला है गोचर
Tula Sankranti, (आज समाज), नई दिल्ली: सनातन धर्म में सूर्य को देवता माना गया है। सूर्य देव के राशि परिवर्तन की क्रिया को संक्रांति कहा जाता है। वैदिक पंचांग की मानें तो शनिवार के दिन 17 अक्टूबर को तुला राशि में सूर्य का गोचर होने वाला है, जिसे तुला संक्रांति कहा जाएगा। सूर्य देव का तुला राशि में जिस दिन गोचर होने वाला उस दिन अति शुभ और शक्तिशाली योग का निर्माण हो रहा है।

तुला संक्रांति पर गंगा स्नान करने से लेकर सूर्य देव की पूजा आराधना और अर्घ्य देने का बहुत महत्व है। सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति की सेहत अच्छी रहती है और यश दूर दूर तक फैलता है। व्यक्तित्व में निखार आता है और करियर संबंधी दिक्कतों का अंत होता है।

तुला संक्रांति कब होगा

ज्योतिष अनुसार कार्तिक कृष्ण एकादशी तिथि पर तुला संक्रांति होने वाला है और इसी संक्रांति के समय दुर्लभ शुक्ल और शिववास योग बन रहे हैं जो अति शक्तिशाली और शुभ माने जाते हैं। इन शुभ योग में जो भी साथक सूर्य देव की आराधना करता है उसको अक्षय फल की प्राप्ति होती है उसकी कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होते हैं। साधक के सभी काम बनने लगते हैं। आइए इस तुला संक्रांति की सही तिथि और शुभ मुहूर्त के बारे में जानें।

सूर्य राशि परिवर्तन के समय योग

17 अक्टूबर, दिन शनिवार को तुला राशि में प्रवेश करेंगे जिससे तुला संक्रांति होगा। सूर्य तुला राशि में 15 नवंबर 2025 तक संचरण करेंगे। वहीं सूर्य देव 24 अक्टूबर को अपना नक्षत्र परिवर्तन भी करेंगे, इस दिन स्वाति नक्षत्र में सूर्यदेव का प्रवेश होगा।

  • तुला संक्रांति पर सुबह 10:05 बजे से लेकर शाम के 05:43 बेज तक पुण्य काल होगा।
  • महा पुण्य काल दोपहर के 12 बजे से दोपहर 03:48 बजे तक होगा।
  • तुला संक्रांति पर दोपहर 01:54 बजे पुण्य क्षण होगा।
  • तुला संक्रांति पर 18 अक्टूबर को देर रात 01:49 तक शुक्ल योग बनेगा।
  • शिववास योग का संयोग पूरा दिन बना रहेगा। इस दिन शिवि जी कैलाश पर होंगे और फिर नंदी पर सवार होंगे।
  • शिवास योग में भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा।

तुला संक्रांति पंचांग

  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:43 बजे से 05:33 बजे।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजे से 01:मिनट से 02:46 बजे।
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 05:49 बजे से 06:14 बजे।
  • निशिता मुहूर्त: रात्रि 11:41 बजे से 12:32 बजे।

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