(Gurugram News) गुरुग्राम। स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। हालांकि दूषित वायु, ग्लोबल वार्मिंग, बिगड़ा खान-पान और व्यस्त जीवनशैली सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में प्राकृतिक उपायों को अपनाकर विपरीत पर्यावरणीय परिस्थितियों और बिगड़ी जीवनशैली में भी खुद को स्वस्थ और रोगों से बचाव किया जा सकता है। यह बात योगाचार्य अंजलि चौहान ने जाटौली में योग संस्थान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास कराने के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि योग इंसान के शरीर के साथ साथ मानसिक संतुलन कों भी बनाए रखता है। प्राकृतिक उपायों में से एक प्रभावी तरीका योग है। योग या ध्यान लगाना स्वास्थ्य को कई प्रकार से लाभ पहुंचा सकता है। इसका असर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर होता है। योग के इसी महत्व के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल एक दिन योग के नाम समर्पित किया जाता है।
इस वर्ष 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर योग दिवस की मांग की और इसे वैश्विक स्तर पर सभी की सेहत के लिए एक प्रभावी उपाय बताया। यूएन ने इस मांग को स्वीकृत देते हुए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का ऐलान किया। इस वर्ष 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है।
विदेशियों ने भारत को योग गुरु के रूप में मान्यता दी है, अब जरूरत है भारतीय भी योग के महत्व को समझें और योगाभ्यास को अपने जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी को योग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कुछ जागरुकता संदेश भेजें। इन संदेशों के जरिए अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों को योग के लिए प्रेरित करें।
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