Chandigarh Breaking News : श्री आनंदपुर साहिब के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाए केंद्र सरकार : बैंस

0
112
Chandigarh Breaking News : श्री आनंदपुर साहिब के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाए केंद्र सरकार : बैंस
Chandigarh Breaking News : श्री आनंदपुर साहिब के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाए केंद्र सरकार : बैंस

कैबिनेट मंत्री ने श्री गुरु तेग बहादीुर जी के 350वें शहीदी दिवस को श्रद्धापूर्वक मनाने के लिए मांगा सहयोग

Chandigarh Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़ : श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के मद्देनजर, पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने केंद्रीय रेल मंत्रालय से पवित्र नगरी श्री आनंदपुर साहिब के लिए रेल सेवाएं बढ़ाने की मांग की है, ताकि नौवें पातशाह और उनके अनन्य सेवक भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की अद्वितीय कुर्बानियों को नमन करने के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा न हो।

कैबिनेट मंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों को लिखा पत्र

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को लिखे पत्र में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले इन ऐतिहासिक समागमों में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने अपने पत्र में नई दिल्ली से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवाओं को 15 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक दोगुना करने की मांग की। साथ ही उन्होंने देशभर के प्रमुख धार्मिक केंद्रों — तख्त श्री पटना साहिब, तख्त श्री हजूर साहिब नांदेड़ (महाराष्ट्र), श्री अमृतसर साहिब और अन्य प्रमुख शहरों — से विशेष यात्री रेलगाड़ियां चलाने की भी अपील की, ताकि 22 से 25 नवंबर 2025 तक श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले विशाल आयोजनों में आने-जाने वाली संगत को कोई कठिनाई न हो।

मानवता की रक्षा के लिए गुरु जी ने दी बेमिसाल कुर्बानी

श्री आनंदपुर साहिब की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह नगरी श्री गुरु तेग बहादर जी द्वारा बसाई गई थी, जहां अत्याचार झेल रहे कश्मीरी पंडितों ने शरण और सुरक्षा की मांग की थी। इसी धरती से गुरु साहिब ने मानवता और अंतरात्मा की स्वतंत्रता के लिए दिल्ली की ओर अपनी अंतिम यात्रा आरंभ की थी। बाद में, गुरु जी का पवित्र शीश भाई जैता जी (बाबा जीवन सिंह जी) द्वारा अत्यंत श्रद्धा से श्री आनंदपुर साहिब वापस लाकर अंतिम संस्कार किया गया, जिससे यह भूमि विश्व इतिहास के सबसे पूजनीय अध्यायों में से एक की जीवंत मिसाल बन गई।

गुरु जी की कुर्बानी ने राष्टÑ की नींव को परिभाषित किया

बैंस ने कहा कि यह पवित्र भूमि उस कुर्बानी का जीवंत प्रतीक है जिसने हमारे राष्ट्र की नींव को परिभाषित किया। इसलिए हमारा पवित्र कर्तव्य है कि हम यह सुनिश्चित करें कि इस ऐतिहासिक अवसर पर माथा टेकने की इच्छा रखने वाला हर श्रद्धालु निर्बाध रूप से यहां पहुंच सके।

ये भी पढ़ें : Punjab CM News : विपक्षी दल बदला लेने के लिए सत्ता हथियाना चाह रहे : मान