मनोज वर्मा, कैथल : 
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर द्वारा संचालित संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की कैथल इकाई के तत्वावधावन में साधकों को आध्यात्मिक पथ पर आरूढ़ रखने हेतू योग, ध्यान तथा गुरु-ज्ञान जैसे दिव्य गुणों से सुसज्जित राष्ट्रव्यापी ऑफ नलाइन सुदर्शन क्रिया फॉलोअप कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्या अल्पना मित्तल संग प्रतिभागी साधकों द्वारा सम्पूर्ण विश्व-कल्याण हेतू मंगलकामना 3 बार के मंगल गायन के साथ हुआ। फॉलोअप संयोजक डॉक्टर राजेश सीकरी ने बताया कि आचार्या अल्पना मित्तल के पावन सानिध्य में साधकों ने परमपूज्य गुरुदेव श्री श्री रविशंकर की पवित्र वाणी में अद्भुत सुदर्शन क्रिया के पश्चात् ध्यान करते हुए परमानन्द एवं दिव्य-ऊर्जा की सुखद अनुभूति अर्जित की। इसके अतिरिक्त परमपूज्य गुरुदेव श्री श्री रविशंकर द्वारा मानव-जीवन के सन्दर्भ में भक्ति के भिन्न-भिन्न आयामों की पांडित्यपूर्ण विवेचना किया जाना आज के आयोजन की दिव्य विशेषता रही। प्रतिभागियों में से राज सिक्का ने अपना अनुभव सांझा करते हुए कहा कि, प्राण ऊर्जा का स्तर बढ से न सिर्फ कार्य क्षमता में वृद्धि हुई है, अपितु शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में भी अद्भुत सुधार महसूस हुआ है। कार्यक्रम के अंतिम चरण में परमपूज्य गुरुदेव संग प्रतिभागी साधको द्वारा पावन श्लोक असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योमार्मृतं गमय। शान्ति शान्ति शान्ति: के मधुर गायन के माध्यम से प्रार्थना की गई कि, हे प्रभु , मुझे असत्य से सत्य की ओर, मुझे अंधकार से प्रकाश की ओर, मुझे मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो। आज के आयोजन से डॉक्टर शिवा माथुर, अक्षय मित्तल, डेजी बंसल, डॉक्टर सुनीला सीकरी, डॉक्टर राजेश सीकरी, राज सिक्का, चन्द्रप्रकाश शर्मा, प्रणव शर्मा, युधिष्ठिर मित्तल, वल्लभ कुलकर्णी, सोनू, पंकज धवन तथा कमल कान्त गाँधी आदि साधक लाभान्वित हुए।
Sign in
                            Welcome! Log into your account
                            
                            
                            
                            Forgot your password? Get help
                            
                            
                            
                            
                        Password recovery
                            Recover your password
                            
                            
                            A password will be e-mailed to you.
                        

