
- साथ वकील रखने की अनुमति नहीं
- पूरी पूछताछ कैमरे पर रिकॉर्ड होगी
ED Questioning Anil Ambani, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) रिलायंस समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी (Anil Ambani) से नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में 17,000 करोड़ रुपए के कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले में आज पूछताछ कर रहा है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान अनिल अंबानी को अपने साथ वकील रखने की अनुमति नहीं दी गई है। पूरी पूछताछ कैमरे पर रिकॉर्ड की जाएगी। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज बयान अदालत में स्वीकार्य होंगे।
छापेमारी में बरामद किए थे कई दस्तावेज व कंप्यूटर उपकरण
केंद्रीय जांच एजेंसी ने 24 जुलाई को कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले के अलावा कुछ कंपनियों द्वारा करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितताओं के कई अन्य आरोपों के तहत अनिल अंबानी से जुड़ी कंपनियों की तलाशी ली थी और कई जगहों से कई दस्तावेज व कंप्यूटर उपकरण बरामद किए थे। इसके बाद एक अगस्त को अंबानी को समन जारी किया था। पीएमएलए के प्रावधानों के तहत की गई ये तलाशी दिल्ली और मुंबई में कम से कम 3 दिन तक चली। ये परिसर 50 कंपनियों और 25 लोगों के हैं, जिनमें अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के कई अधिकारी भी शामिल हैं। 25 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ भी की गई।
जांच एजेंसी ने बैंकों से मांगा है दिए ऋणों का विवरण
मामले के जानकारों के अनुसार ईडी ने कई बैंकों को पत्र लिखकर उनकी कंपनियों को दिए गए ऋणों का विवरण भी मांगा है। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी ने 12-13 सार्वजनिक व निजी बैंकों को पत्र लिखकर रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस और रिलायंस हाउसिंग फाइनेंस को दिए गए ऋणों की जांच-पड़ताल के की जानकारी मांगी है। उन्होंने बताया कि स्टेट बैंक आफ इंडिया, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक से भी विवरण मागे गए हैं।
यस बैंक से करीब 3,000 करोड़ के अवैध ऋण का हस्तांतरण
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यस बैंक (2017 से 2019 की अवधि) से करीब 3,000 करोड़ रुपए के अवैध ऋण का हस्तांतरण हुआ है। बाद में अधिकारियों को पता चला कि रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने भी 14,000 करोड़ रुपए से अधिक की ऋण धोखाधड़ी की है।
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