India-US Trade Deal : भारत के खिलाफ टैरिफ कम करने को अमेरिका तैयार

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India-US Trade Deal : भारत के खिलाफ टैरिफ कम करने को अमेरिका तैयार
India-US Trade Deal : भारत के खिलाफ टैरिफ कम करने को अमेरिका तैयार

राष्टÑपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा, किसी भी समय कम हो सकता है टैरिफ

India-US Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अगस्त से अमेरिका द्वारा उच्च टैरिफ दरों से जूझ रहे भारतीय उद्योग जगत के लिए राहत भरी खबर है। भारत के खिलाफ लगाए गए भारी भरकम टैरिफ को कम करने के लिए अमेरिका तैयार हो गया है। अब किसी भी समय अमेरिका यह टैरिफ कम करने की अमेरिका घोषणा कर समता है। इसकी पुष्टि खुद राष्टÑपति डोनाल्ड ट्रंप ने की है। हालांकि कितने प्रतिशत टैरिफ कम होगा इसका खुलासाा अभी नहीं हुआ है। लेकिन यह तय है कि न केवल अमेरिका टैरिफ कम करने के लिए तैयार हो गया है बल्कि जल्द भविष्य में दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता पूरा होने के भी आसार बढ़ गए हैं।

अमेरिका इसलिए टैरिफ कम करने को हुआ तैयार

ज्ञात रहे कि पिछले दिनों अमेरिका के राष्टÑपति ने भारत पर सीधे तौर पर दबाव डालते हुए उसे रूस से कच्चे तेल का आयात पूरी तरह से बंद करने को कहा था। इतना ही नहीं अमेरिका ने कहा था कि यदि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदता है तो उसे और भी कठोर प्रतिबंध के लिए तैयार होना होगा। अमेरिका के दबाव के सामने झुकते हुए भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात लगभग बंद कर दिया है। इसी का परिणाम है कि अमेरिका भारत के खिलाफ लगाए गए टैरिफ को कम करने के लिए तैयार हुआ है।

नया व्यापार समझौता तैयार हो रहा : ट्रंप

दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका और भारत के बीच नया व्यापार समझौता तैयार हो रहा है, जो पहले के समझौतों से बहुत अलग और न्यायपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि अभी भारत मुझे पसंद नहीं करता, लेकिन जल्द ही वे हमें फिर से पसंद करेंगे। हमें एक न्यायपूर्ण और सभी के लिए फायदेमंद व्यापार समझौता मिल रहा है। पहले हमारे सौदे काफी असमान थे, लेकिन अब हम एक संतुलित डील के काफी करीब हैं।

अगस्त में लगाया था भारत पर टैरिफ

ज्ञात रहे कि अमेरिका ने भारत पर 27 अगस्त को 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। अमेरिका के इस टैरिफ का भारतीय निर्यात पर नकारात्मक असर हुआ। जिससे कई उद्योगों पर संकट छा गया। इसके पीछे अमेरिका ने कारण बताया था कि भारत रूस से बड़े पैमाने पर कच्चा तेल खरीद रहा है जिससे मिल रहे पैसे का प्रयोग रूस यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में कर रहा है। जिसके बाद से अमेरिका लगातार भारत को रूस से कच्चा तेल आयात बंद करने की बात करता रहा है।