विशेषज्ञों की राय आने वाले दिनों में भी दोनों कीमती धातुओं के दाम में रहेगी तेजी
Gold-Silver Price Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारतीय मुद्रा में डॉलर के मुकाबले बनी कमजोरी का असर भारतीय व्यापार पर देखने को मिल रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर जिस उद्योग पर पड़ रहा है वह है देश का सर्राफा उद्योग। रुपए में गिरावट के चलते सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उछाल जारी है। एक तरफ जहां चांदी तेजी से महंगी होते हुए दो लाख की दहलीज पर खड़ी है वहीं सोना भी एक लाख तीस हजार के स्तर से ऊपर जा चुका है। वहीं सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इन दोनों कीमती धातुओं में और भी ज्यादा तेजी आने की संभावना है।
रिकॉर्ड स्तर तक गिर गया रुपया
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये में डॉलर के मुकाबले बड़ी गिरावट देखने को मिली और रुपया 24 पैसे टूटकर 90.56 के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी ने 65 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंचकर नया रिकॉर्ड बनाया, जबकि सोने की कीमतें सात सप्ताह के ऊंचाई पर देखने को मिली।
सोने की कीमतें बढ़ने की वजह
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने चौथाई बिंदू दर में कटौती के बाद सुरक्षित निवेश की मांग में तेजी आने से पिछले कारोबारी सत्रों में सीमित दायरे में रहने के बाद गुरुवार यानी 11 दिसंबर को सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली। वहीं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीडीक्स) पर सोने का फरवरी 2026 वायदा अनुबंध पिछले बंद भाव से 1,29,796 रुपये की तुलना में 1,30,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर खुला। इस सप्ताह सोने का बाजार मजबूत रहा और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी ऊंचे स्तर पर बना रहा। कीमतें 4,200 डॉलर प्रति औंस के आसपास स्थिर है, जो कि सप्ताह के सबसे अधिक स्तर पर है। भारत में भी ऐसा ही ट्रेड दिखाई दे रहा है। 24 कैरेट सोना लगभग 1,30,700 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
चांदी पहुंची 2 लाख रुपये के करीब
भारतीय सर्राफा बाजार में बीते दिन चांदी ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए जोरदार तेजी दिखाई। यह एक दिन में ही चांदी 10,600 रुपये उछल कर 2 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच गई। एमसीएक्स पर चांदी ने 1,99,220 रुपये का नया आॅल टाइम हाई बनाया, जिसने निवेशकों को चौका दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी 4 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 64.50 डॉलर (लगभग 5,800 रुपये) प्रति औंस के पार चली गई है। जानकारों का कहना हैकि वैश्विक सप्लाई की कमी और डॉलर में उतार-चढ़ाव ने कीमतों को बढ़ाया है। इस तेजी ने मंदी करने वाले निवेशकों को भी संभलने का मौका नहीं दिया। विशेषज्ञों के अनुसार चांदी में यह तेजी केवल सट्टेबाजी नहीं बल्कि कई मजबूत कारणों की वजह से दिखाई दे रही है।
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