Delhi Pollution : वायु प्रदूषण से बेहाल हुई राजधानी दिल्ली

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Delhi Pollution : वायु प्रदूषण से बेहाल हुई राजधानी दिल्ली
Delhi Pollution : वायु प्रदूषण से बेहाल हुई राजधानी दिल्ली

त्योहारी सीजन होने के चलते बढ़ा प्रदूषण का स्तर, 301 से 400 के बीच पहुंचा एक्यूआई, ग्रेप के नियम लागू

Delhi Pollution (आज समाज), नई दिल्ली : अभी उत्तरी भारत में सर्दी का आगाज नहीं हुआ है लेकिन राजधानी दिल्ली गैस चैंबर में तबदील होना शुरू हो चुकी है। इसके पीछे मुख्य वजह त्योहारी सीजन होने के चलते पटाखों से होने वाला प्रदूषण व वाहनों की ज्यादा भीड़भाड़ मुख्य हैं। ज्ञात रहे कि हर साल नवंबर से लेकर फरवरी तक दिल्ली एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की जाती है। इस दौरान राजधानी दिल्ली एक गैस चैंबर में तबदील हुई दिखाई देती है।

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने उठाए सख्त कदम

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने तत्काल प्रभाव से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चरण दो को लागू कर दिया है। यह निर्णय रविवार को ग्रेप उप-समिति की बैठक में लिया गया, जिसमें दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के 301-400 के बीच बेहद खराब स्तर पर पहुंचने की समीक्षा की गई।

उप-समिति ने बताया कि दिल्ली का एक्यूआई रविवार सुबह से बढ़ रहा है, जो शाम 4 बजे 296 और शाम 7 बजे 302 दर्ज किया गया। आईएमडी व आईआईटीएम के पूवार्नुमानों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में एक्यूआई में और गिरावट की आशंका है। इस चरण के तहत, दिल्ली-एनसीआर में धूल नियंत्रण, निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध, और वाहन उत्सर्जन को कम करने जैसे उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

सख्ती से कराया जाएगा नियमों का पालन

सभी संबंधित एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्रेप अनुसूची का कड़ाई से पालन करें और वायु प्रदूषण को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई करें। नागरिकों से भी ग्रेप चरण- एक और दो के तहत निर्धारित नागरिक चार्टर का पालन करने की अपील की गई है। आयोग ने सभी कार्यान्वयन एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वे उपायों की कड़ी निगरानी करें और वायु गुणवत्ता को और खराब होने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं।

इन चीजों पर रहेगी पूरी तरह रोक

आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक इकाइयों में डीजल जनरेटर पर रोक, पार्किंग शुल्क, सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो के फेरे बढ़ाने के निर्देश। इसके साथ ही सीएक्यूएम ने पार्किंग शुल्क बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि सड़कों पर निजी वाहनों का दबाव कम हो। एनसीआर में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही मेट्रो के फेरे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

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