कहा, एससी आयोग द्वारा की गई कार्रवाई स्वागतयोग्य
Chandigarh Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब की सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बूटा सिंह न केवल भारतीय राजनीति के एक ऊंचे दर्जे के नेता थे, बल्कि अनुसूचित जाति समुदाय के सम्मान और सशक्तिकरण के प्रतीक भी थे। उनके बारे में इस प्रकार के आपत्तिजनक शब्दों में बात करना उनकी विरासत का अपमान है और उन मूल्यों का भी, जिनके लिए वे जीवनभर खड़े रहे।
डॉ. कौर ने आगे कहा कि मैं राजा वड़िंग द्वारा की गई अपमानजनक और असंवेदनशील टिप्पणियों की सख्त निंदा करती हूं। ऐसी भाषा, विशेषकर जब किसी सम्मानित दलित नेता के प्रति प्रयोग की जाए, तो यह सम्मान और संवेदनशीलता की गंभीर कमी को दर्शाती है। यह किसी भी सभ्य समाज में अस्वीकार्य है।
बयानबाजी में मर्यादा बनाए रखें नेता
उन्होंने सभी राजनीतिक नेताओं से अपील की कि वे जनसेवा की मर्यादा को बनाए रखें और अपने शब्दों में सम्मान और संवेदना का भाव रखें। हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे शब्दों का वजन होता है। बूटा सिंह के योगदान को किसी भी गैर-जिम्मेदार बयान से कम नहीं किया जा सकता।
अनुसूचित जाति आयोग ने की सराहनीय कार्रवाई
मंत्री ने पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग द्वारा की गई स्वत: संज्ञान कार्रवाई का स्वागत किया, जिसने वड़िंग को नोटिस जारी कर तरनतारन रिटर्निंग अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा, ऐसी घटनाओं के बाद जवाबदेही तय होना जरूरी है। आयोग को चाहिए कि यह मामला गंभीरता से आगे बढ़ाया जाए, ताकि न्याय केवल बूटा सिंह की याद में ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए हो जो सम्मान की अपेक्षा करता है। अंत में डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब की राजनीतिक संस्कृति को समानता, न्याय और आपसी सम्मान के मूल्यों को प्रतिबिंबित करना चाहिए।
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