Pradosh Vrat: शनि प्रदोष व्रत आज

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Pradosh Vrat: शनि प्रदोष व्रत आज
Pradosh Vrat: शनि प्रदोष व्रत आज

जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Pradosh Vrat, (आज समाज), नई दिल्ली: आज 4 अक्टूबर को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। यह प्रदोष व्रत शनिवार को होने से शनि प्रदोष व्रत कहलाएगा। अक्टूबर माह में ही एक और प्रदोष व्रत पड़ रहा है। इसलिए अक्टूबर का महीना धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने जा रहा है। इस महीने में दो प्रदोष व्रत होंगे। पहला प्रदोष व्रत 4 अक्टूबर को है और दूसरा 19 अक्टूबर को। तो आइए विस्तार से जानें अक्टूबर के प्रदोष व्रत की तिथि और मुहूर्त साथ ही जानें इनका महत्व।

अक्टूबर का पहला प्रदोष व्रत

अक्टूबर के महीने में पहला प्रदोष व्रत 4 अक्टूबर दिन शनिवार को है। पंचांग की गणना के अनुसार शाम 5 बजकर 10 मिनट से त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। यह अक्टूबर महीने में शुक्ल पक्ष में लगने वाला प्रदोष व्रत होगा।

इस व्रत में भगवान शिव की पूजा के साथ शनि महाराज की पूजा भी करनी चाहिए। साथ ही पीपल को जल देना चाहिए शाम के समय दीप दिखाना चाहिए। वैसे त्रयोदशी तिथि 5 अक्टूबर को शाम 3 बजकर 4 मिनट तक व्याप्त रहेगी। 4 अक्टूबर प्रदोष व्रत में पूजा का समय शाम 6 बजकर 10 मिनट से 7 बजकर 45 मिनट तक।

अक्टूबर का दूसरा प्रदोष व्रत है सबसे खास

अक्टूबर में दूसरा प्रदोष व्रत 18 अक्टूबर को है। यह भी शनिवार के दिन। यह प्रदोष व्रत कृष्ण पक्ष में किया जाएगा। 18 अक्टूबर को लगने वाला प्रदोष व्रत बेहद खास है क्योंकि इस दिन धनत्रयोदशी का भी संयोग बना है। यानी इस दिन प्रदोष व्रत करने से प्रदोष के साथ ही साथ धनतेरस व्रत का भी पुण्य प्राप्त होगा।

इस दिन त्रयोदशी तिथि दिन में 12 बजकर 20 मिनट पर लगेगी। और त्रयोदशी तिथि 19 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 50 मिनट तक व्याप्त होगी। जबकि धनतेरस के दिन प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ समय शाम में 5 बजकर 50 मिनट से शाम 7 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।

शनि प्रदोष व्रत में शनि शांति के उपाय

  • शनि प्रदोष व्रत के दिन यानी अक्टूबर महीने में 4 और 18 तारीख को शनि दोष की शांति के लिए कुछ उपाय जरूर आजमाकर देखना चाहिए।
  • महामृत्युंजय मंत्र के साथ शिव का दूध और जल से अभिषेक करें।
  • पीपल को जल दें और काले तिल अर्पित करें। एक तिल का दीपक पीपल को दिखाएं। शाम के समय एक दीप घर की छत पर या घर के बाहर निकाल कर रख दें।
  • भगवान शिव की पूजा करें और शिव चालीसा का पाठ करें साथ ही शनि स्तोत्र का पाठ पाठ करें।
  • किसी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन वस्त्र का दान भी जरूर करें।
  • मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। एक सादे कागज पर 108 श्रीराम नाम लिखकर इसे आटे के साथ गूंथ लें। फिर इनकी गोलियों मछलियों के खिला दें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमानजी को सिंदूर का चोला चढाएं।