- दो घंटे इंतजार करने के बावजूद भी ग्रामीणों ने नहीं मिले केंद्रीय मंत्री
- ग्रामीणों ने कहा सीएम से करेंगे मुलाकात तथा शुरु करेंगे आंदोलन
- गांव भगवानपुर में 200 बेड का अस्पताल नहीं बनने से गुस्साएं ग्रामीण, केंद्रीय मंत्री के आश्वासन पर वाटर टैंक के लिए दी थी दस एकड़ जमीन
(Rewari News) रेवाड़ी। रेवाड़ी के पांच गांवों की पंचायतों व ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तथा प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के आवास पर पहुंचकर जमकर रोष जताया। केंद्रीय मंत्री द्वारा मिलने से मना करने पर ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। केंद्रीय मंत्री पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि वे अब मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे तथा अपनी मांग को लेकर आंदोलन भी करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह आश्वासन दिया था कि उनके गांव में ही 200 बेड का अस्पताल बनवाया जाएगा
दरअसल, जिले के गांव भगवानपुर की पंचायत ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने शहर में पेयजल आपूर्ति को लेकर गांव में वाटर टैंक बनाने के लिए दस एकड़ जमीन दी थी। केंद्रीय मंत्री ने यह आश्वासन दिया था कि उनके गांव में ही 200 बेड का अस्पताल बनवाया जाएगा। गांव में अस्पताल बनाए जाने की ऐवज में पंचायत ने वाटर टैंक के लिए भी दस एकड़ भूमि दे दी। विभाग की ओर से वाटर टैंक बनाने के लिए दस एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी करा ली गई, लेकिन अस्पताल को किसी अन्य गांव में बनवाए जाने की सूचना के बाद ग्रामीण भडक़ गए।
इसी के चलते गांव भगवानपुर, रामगढ़, बुढानी, बुढानी व काकोडिय़ा के काफी संख्या में ग्रामीण रामपुरा स्थित केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के आवास पर पहुंचे। यहां करीब दो घंटे तक इंतजार करने के बाद भी केंद्रीय मंत्री ग्रामीणों से नहीं मिले। जिसके चलते ग्रामीणों में रोष फैल गया तथा ग्रामीणों ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।इस मौके पर अनेकों ग्रामीणों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने उनसे वायदा किया था कि शहर में बनी पानी की समस्या को दूर करने के लिए गांव भगवानपुर में टैंक बनाने के लिए दस एकड़ जमीन दे दें तो वह 200 बेड का बनने वाला नागरिक अस्पताल उनके गांव में बनवा देंगे।
जिसके बाद सर्वसम्मति से गांव ने दस एकड़ जमीन टैंक बनाने के लिए देने का निर्णय लिया तथा विभाग की ओर से इसकी रजिस्ट्री भी करा दी गई। लेकिन अब अस्पताल बनाने की बात आई तो उन्हें पता लगा कि उसे गांव शहबाजपुर खालसा में बनाया जाने की योजना है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री ने उनकी भावनाओं के साथ धोखा किया है तथा वह चुप नहीं बैठेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि वह इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी मुलाकात करेंगे तथा आंदोलन की राहत भी अपनाएंगे। यहां से निराश लौटने के उपरांत ग्रामीण जिला सचिवालय पहुंचे तथा एसडीएम को मांगों का ज्ञापन भी सौंपा।
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