- प्रशांत राज की राजकीय सम्मान से पिचौपा कलां में अंत्येष्टि
Charkhi Dadri News(आज समाज नेटवर्क)बाढड़ा। केंद्रीय रिजर्व बटालियन 108 आरएएफ के शहीद जवान सिपाही प्रशांत राज का सोमवार को उनके पैतृक गांव पिचौपा कलां में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद जवान की सडक़ दुर्घटना में दुखद मौत हो गई थी। विधायक सुनील सांगवान, भाजपा जिलाध्यक्ष इंजीनियर सुनील हड़ौदी, तहसीलदार व थाना प्रभारी ओमप्रकाश ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रशांत राज की शहादत पर ग्रामीणों ने दीपावली का पावन पर्व भी नहीं मनाया।
आज भारत माता जिंदाबाद, शहीद प्रशांत राज जिंदाबाद के गगनभेदी नारों के बीच उनका पार्थिव शरीर गांव में लाया गया
सीआरपीएफ जवान प्रशांत राज 19 अक्टूबर को दिवाली को घर आ रहा था लेकिन जहाजगढ के पास उनकी बाईक दुर्घटनाग्रस्त होने से रास्ते में उनकी मौत हो गई। सोमवार को दिपावली के दिन पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया और गांव में काली दिवाली देखने को मिली। मात्र 27 वर्षीय युवा सैन्यकर्मी के निधन पर गांव पिचौपा कलां के लोग इस दुखद घटना से गहरे शोक में हैं। शहीद जवान के परिजनों और गांववासियों ने उनकी शहादत पर गर्व जताया और कहा कि उनका बलिदान हमारे लिए प्रेरणा है। प्रशांत राज के माता पिता ने हुए कहा कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, हम सब उसकी शहादत पर गर्व महसूस करते हैं। आज भारत माता जिंदाबाद, शहीद प्रशांत राज जिंदाबाद के गगनभेदी नारों के बीच उनका पार्थिव शरीर गांव में लाया गया।
आज सैनिकों की वजह से ही हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं
उनके अंतिम संस्कार में चरखी दादरी से विधायक सुनील सांगवान और बीजेपी जिला अध्यक्ष सुनील इंजिनियर हड़ोदी भी शामिल हुए और सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की। विधायक सुनील सांगवान ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले हमारे वीर सैनिकों की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता और उनकी वीरता को हमेशा याद रखा जाएगा। आज सैनिकों की वजह से ही हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। शहीद प्रशांत राज के पीछे उनकी पत्नी और एक वर्षीय पुत्र है । उनकी पत्नी ने कहा कि बड़ा होकर उनका बेटा भी फौज में शामिल होकर देश सेवा करेगा। शहीद जवान की अंतिम यात्रा में हजारों ग्रामीण व क्षेत्र के पंच सरपंच शामिल हुए।
उनकी अंतिम यात्रा में तिरंगा झंडा लगाकर सैकड़ों युवा मोटर साइकिल और गाडिय़ों में सवार होकर शामिल हुए और प्रशांत राज अमर रहे और भारत माता की जय के गगनचुंबी नारे लगाते हुए शमशान घाट तक पहुंचे। मेरठ से आई कंपनी के दस्ते ने उनको अंतिम सलामी देकर उनका अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया। जिला अध्यक्ष सुनील इंजीनियर ने कहा कि शहीद सिपाही प्रशांत राज की शहादत को गांववाले हमेशा याद रखेंगे, और उनका बलिदान देश के लिए अनमोल रहेगा। इस अवसर पर नायब तहसीलदार सचिन कुमार, बाढड़ा थाना प्रभारी ओमप्रकाश, सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार, नरेश, महेश, अशोक फौजी, महेंद्र, लीलाराम, कृष्ण शर्मा, संदीप शर्मा इत्यादि मौजूद रहे।
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