Piyush Pandey Funeral: एडगुरु पंचतत्व में विलीन, अमिताभ सहित कई हस्तियां पहुंचीं

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Piyush Pandey Funeral

Adguru Piyush Pandey Immersed In Panchtatva, (आज समाज), मुंबई: एडगुरु के नाम से मशहूर पीयूष पांडे पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। मुंबई के शिवाजी पार्क श्मशान घाट में आज उनका अंतिम संस्कार किया गया। सक्रमण से पीड़ित होने के चलते पद्मश्री पीयूष पांडे का गुरुवार रात को (23 अक्टूबर) को 70 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। अमिताभ बच्चव व उनके बेटे और एक्टर अभिषेक बच्चन सहित बॉलीवुड से कई हस्तियों पांडे के अंतिम संस्कार में पहुंचीं।

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दिल्ली में सक्रमण होने के बाद बिगड़ती गई हालत

सूत्रों के अनुसार हाल ही में विज्ञापन जगत के एक दिग्गज  पीयूष पांडे दिल्ली में एक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे और वहीं पर उन्हें संक्रमण हो गया था। इससे पहले उन्हें निमोनिया हुआ और फिर उन्हें चिकनपॉक्स हो गया जिसकी वजह से पांडे जी की हालत लगातार बिगड़ती गई। पीयूष पांडे ने अपने जिंगल्स और अभियानों से चार दशकों तक दुनिया पर राज किया। उनके दुनिया को अलविदा कहने से दुनिया को सभी की आंखें नम हो गईं। 

बेहद दुखी नज़र आ रहा था पांडे का परिवार

अंतिम संस्कार की सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में पीयूष पांडे का परिवार बेहद दुखी नज़र आ रहा था। न केवल उनके सहकर्मी और परिवार, बल्कि उनके मज़ेदार काम को पसंद करने वाले लाखों प्रशंसकों ने भी इस अनोखे कलाकार के लिए अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त कीं। पीयूष पांडे की बहन, इला अरुण और उनकी पत्नी, नीता पांडे, फूट-फूट कर रो पड़ीं।  आखिरी बार उन्हें देखते हुए इला ने खुद को शांत रखने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं। परिवार के अन्य सदस्य नीता को सांत्वना देते हुए दिखाई दिए।

निमोनिया बन गया जानलेवा : बहन इला

पीयूष पांडे के निधन के कुछ घंटों बाद बहन इला अरुण ने बताया कि पीयूष निमोनिया से पीड़ित थे और इसी बीमारी से जुड़ी जटिलताओं के कारण उनका निधन हो गया। उन्होंने कहा कि वह आईसीयू में थे। इला ने कहा, एक बहन होने के नाते, मैं कह सकती हूं कि मेरे भाई (पीयूष पांडे) एक अनमोल भाई और हमारे परिवार की जान थे।

पीयूष के दुनिया को दिए गए कुछ प्रतिष्ठित विज्ञापन

ओगिल्वी के कार्यकारी अध्यक्ष पीयूष पांडे, कुछ सबसे प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञापनों के पीछे की आवाज थे। उन्होंने 2014 के चुनाव अभियान के दौरान लिखे गए अपने नारे, ‘अब की बार, मोदी सरकार’ के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया ब्रांड बनाया। एशियन पेंट्स का ‘हर खुशी में रंग लाए’, कैडबरी का ‘कुछ खास है’, फेविकोल का प्रतिष्ठित ‘एग’ विज्ञापन और हच का पग विज्ञापन, पीयूष द्वारा दुनिया को दिए गए कुछ प्रतिष्ठित विज्ञापन थे।

पीयूष पांडे ने 2004 में कान फिल्म समारोह में पहले एशियाई जूरी अध्यक्ष बनकर इतिहास रच दिया। उन्हें 2012 में क्लियो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। वे विज्ञापन जगत से पद्मश्री प्राप्त करने वाले पहले भारतीय थे।पीयूष के नेतृत्व में, ओगिल्वी इंडिया को एजेंसी रेकनर में लगातार 12 वर्षों तक नंबर 1 एजेंसी का दर्जा दिया गया है।

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