Nepal Violence Update: थमा नहीं वबाल, सरकार पर संकट के बादल, पीएम ओली के इस्तीफे पर अड़े प्रदर्शकारी

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Nepal Violence Update: थमा नहीं वबाल, सरकार पर संकट के बादल, पीएम ओली के इस्तीफे पर अड़े प्रदर्शकारी
Nepal Violence Update: थमा नहीं वबाल, सरकार पर संकट के बादल, पीएम ओली के इस्तीफे पर अड़े प्रदर्शकारी
  • पीएम ओली ने आज शाम 6 बजे बुलाई सर्वदलीय बैठक 

Nepal Outrage Today Update, (आज समाज), काठमांडू: नेपाल सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से प्रतिबंध वापस लिए जाने के बावजूद अभी देश में  बवाल थमा नहीं है। गृह मंत्री के इस्तीफे सहित बाद अब तक चार मंत्री इस्तीफे दे चुके है। इस्तीफा देने वाले अन्य मंत्रियों में जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल और कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सूत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (Prime Minister KP Sharma Oli) के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जिसके बाद सरकार के गिरने की आशंका बढ़ गई है। पीएम ओली ने आज शाम 6 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

झड़पों में 19 लोगों की मौत, सैकड़ों घायल 

बता दें कि नेपाल सरकार ने पिछले सप्ताह फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब और व्हाट्सएप सहित 26 ऐप्स को बैन कर दिया था जिसके बाद सोमवार को हिंसक प्रदर्शनों में पुलिस के साथ झड़पों में 19 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों घायल हो गए। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने राजधानी काठमांडू (Kathmandu) के कई इलाकों में आज भी आगजनी व पथराव किया है। स्थिति पर काबू पाने के लिए सेना को उतारा गया है और सेना ने आंसू गैस के गोले दागे हैं।

प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप

प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि 26 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाकर ओली सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का काम किया है। साथ ही उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इसी वजह से सरकार सोशल मीडिया मंचों को बैन कर रही ताकि उसके भ्रष्टाचार के कारनामे सार्वजनिक न हो सकें।

काठमांडू के कुछ इलाकों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण

सूत्रों के अनुसार राजधानी काठमांडू के कुछ इलाकों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। आज सुबह-सुबह स्कूली छात्रों सहित हजारों की संख्या में युवाओं ने मैतीघर व बानेश्वोर इलाकों में मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हालात बिगड़ता देखकर काठमांडू, रूपनदेही, कास्की (पोखरा) और सुनसरी जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।

राष्ट्रपति, पीएम व पूर्व गृह मंत्री के घर आगजनी, पथराव 

प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को संसद भवन के पास पुलिस के अवरोधक तोड़ दिए जिसके बाद प्रदर्शन उग्र हो गया। लोकल पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने की हर संभव कोशिश की, पर हालात अनियंत्रित हो गए तो सेना को उतारा गया। इसके बाद हुई झड़पों में 19 लोग मारे गए हैं और लगभग 500 जख्मी हुए हैं। सूत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को  पद से इस्तीफा देने वाले गृहमंत्री रमेश लेखक के घर पर भी आगजनी की और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति और पीएम ओली के निजी आवास पर आगजनी और तोड़फोड़ की है। संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर भी आगजनी की गई है। नेपाल कांग्रेस के हेडक्वार्टर में आग लगा दी और तोड़फोड़ भी की।

बीती रात बैठक में फैसला वापस लेने पर बनी सहमति

बता दें कि उग्र विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के आधिकारिक आवास पर बीती देर रात कैबिनेट की बैठक बुलाई गई और सोशल मीडिय ऐप्स पर बैन का फैसला वापस लेने का निर्णय लिया। नेपाल सरकार के सूचना एवं संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने  फैसले से मीडिया को अवगत करवाया। कैबिनेट बैठक के बीच ही गृह मंत्री रमेश लेखक (Ramesh Lekhak) ने पीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

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