Punjab Weather Update : आधे से ज्यादा पंजाब में आज बारिश की संभावना

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Punjab Weather Update : आधे से ज्यादा पंजाब में आज बारिश की संभावना
Punjab Weather Update : आधे से ज्यादा पंजाब में आज बारिश की संभावना

आने वाले दिनों में भी परिवर्तनशील रहेगा मौसम

Punjab Weather Update (आज समाज), चंडीगढ़ : चंडीगढ़ मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार पंजाब में आज मौसम में काफी ज्यादा परिवर्तन दिखाई देगा। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार राज्य के 16 जिलों में आज बारिश की संभावना है। 5 जिलों में आंधी और बिजली चमकने का आॅरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अुनसार आज जानकारी के मुताबिक, आज 15 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

इन जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, मोहाली, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, फाजिल्का, मुक्तसर, बठिंडा और मनसा जिले शामिल हैं। इसी तरह, गुरदासपुर, पठानकोट, होशियारपुर, नवांशहर और रूपनगर में अलग-अलग स्थानों पर तेज आंधी और बिजली चमकने का अलर्ट है।

2 जून तक बारिश और आंधी की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, 29 और 30 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। जबकि 31 मई और 01 और 02 जून को अलग-अलग स्थानों पर आंधी/बिजली गिरने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि आंधी के समय घर से कम निकले और पेड़ आदि के नीचे खड़े न हों।

नौतपा के बावजूद सामान्य से कम तापमान

पंजाब में नौतपा के दौरान भी मौसम बदल रहा है। सोमवार को भी राज्य के तापमान में 2.7 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है, इसके बावजूद तापमान सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार लुधियाना जिले के समराला में सबसे अधिक 40.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। वहीं, पिछले 24 घंटों में अधिकतर जिलों में तापमान में बढ़ोतरी देखी गई।

धान के लिए जरूरी है सामान्य बारिश

मौसम विभाग का कहना है कि इस वर्ष देश में समय से करीब एक सप्ताह पहले ही मानसून की एंट्री हो चुकी है। यही नहीं यदि मौसम की गतिविधियां सामान्य रहती हैं तो देश में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। यदि ऐसा रहता है तो धान के सीजन में पंजाब के किसानों को भूमिगत जल पर कम से कम निर्भर रहना पड़ेगा। सामान्य बारिश से जहां फसलों की पैदावार में वृद्धि होगी वहीं भूमिगत जल का लेवल भी बढ़ेगा जोकि सभी के लिए अच्छा रहेगा।