कई राज्यों में आफत की बारिश, पहाड़ों से मैदानों तक पानी ही पानी
Monsoon Update Today (आज समाज), नई दिल्ली : इस बार मॉनसून देश में न केवल समय से पहले आ गए बल्कि यह जमकर बरस भी रहे हैं। यही कारण है कि इस समय देश के एक नहीं बल्कि कई राज्य एक साथ भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहे हैं। भारत मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून की द्रोणिका सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में चल रही है। कल 21 अगस्त से धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। जिसके कारण 22 अगस्त से उत्तर -पश्चिम और आसपास के पूर्वी भारत में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होगी।
यूपी में आने वाले दिनों में भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया, आजमगढ़, वाराणसी, चंदौली, सोनभद्र जिलों में 22 से 25 अगस्त तक भारी बारिश होने का अनुमान है। जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर,बुलंदशहर, शामली जिलों में 23 से 26 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है।
बिहार-झारखंड में अगले सात दिन बरसेंगे बदरा
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अगले सात दिनों के दौरान बारिश होने का अनुमान है। जबकि 22-23 अगस्त को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से अधिक वर्षा होने की संभावना है। कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति हो सकती है। इसके साथ ही झारखंड में 22 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड में 23 से 25 तक भूस्खलन, बाढ़ की चेतावनी
इस बार बारिश ने उत्तराखंड में भीषण तबाही मचाई है। राज्य में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। अब मौसम विभाग ने राज्य में अगले सात दिनों तक लगातार बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। जबकि 23 से 25 अगस्त के बीच भूस्खलन और बाढ़ के खतरे की भी आशंका जताई है।
पंजाब, हरियाणा में भारी बारिश
मौसम विभाग ने 23 अगस्त को पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में 23-24 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है।
हिमाचल बाढ़-बादल फटने से बेहाल
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बुधवार को भारी बारिश हुई। ऊना जिला के गगरेट और अंब विधानसभा में बारिश के बाद जल भराव हो गया। यहां सैकड़ों घरों व दुकानों में पानी और मलबा भर गया है। कुल्लू के शास्त्रीनगर और गांधीनगर में फ्लैश फ्लड से काफी नुकसान हुआ है। इस बीच ऊउ कुल्लू ने मनाली व बंजार और ऊउ ऊना में अंब व गगरेट सब डिवीजन के सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी थी। कुल्लू के शास्त्रीनगर और गांधीनगर में सड़क किनारे खड़ी 10 गाड़ियां और बाइकें मलबे में दब गईं।