Lakhimpur violence
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
Lakhimpur violence लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है। मंगलवार को भी मामले की सुनवाई हुई। यहां एक फिर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की जांच पर नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा अब तक इस मामले में की गई जांच पर नाखुशी जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ठीक से जांच नहीं कर रही है। कोर्ट का कहना था कि हिंसा के समय मौके पर हजारों लोग मौजूद थी फिर भी सरकार मात्र 23 जश्मदीद गवाह ही तलाश सकी है। इतना ही नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया और यह भी निर्देश दिया कि गवाहों के बयान तेजी से दर्ज किए जाएं। सुप्रीम कोर्ट में लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अदालत की निगरानी में स्वतंत्र जांच की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने सुनवाई की। अब इस मामले की सुनवाई 8 नवंबर को होगी।
Lakhimpur violence यह था मामला
तीन अक्टूबर को केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में लखीमपुर खीरी में सैकड़ों किसान शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान वो स्थानीय नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान भाजपा नेता का काफिला आ गया और सड़क पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी ने कुचल दिया। इसमें चार किसानों की मौत हो गई। इस घटना के बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों की भी मौत हो गई। जिसके बाद से इस केस की जांच चल रही है और सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है।


