Kharmas: जानें कब लगेगा खरमास, क्यों नहीं किए जाते शुभ काम

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Kharmas: जानें कब लगेगा खरमास, क्यों नहीं किए जाते शुभ काम
Kharmas: जानें कब लगेगा खरमास, क्यों नहीं किए जाते शुभ काम

अवधि में किए गए शुभ कार्य नहीं होते सफल
Kharmas, (आज समाज), नई दिल्ली: हिंदू धर्म में खरमास का महीना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। खरमास की अवधि बहुत अशुभ मानी जाती है। खरमास की अवधि में किसी भी प्रकार के शुभ और मांगलिक काम नहीं किए जाते। इस माह में शुभ और मांगलिक कार्य पूरी तरह से वर्जित होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के अवधि में किए गए शुभ कार्य सफल नहीं होते। उनका पूरा फल नहीं मिलता। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल खरमास कब शुरू और कब खत्म होगा।

कब शुरू और खत्म होगा खरमास?

खरमास तब लगता है, जब भगवान सूर्य का प्रवेश गुरु बृहस्पति की राशि धनु और मीन में होता है। इस साल भगवान सूर्य का गुरु बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश 16 दिसंबर को होगा। इस दिन धनु संक्रांति मनाई जाएगी। इसी दिन से खरमास की शुरूआत भी होगी। खरमास का समापन 14 जनवरी 2026 को होगा।

खरमास में शुभ कार्य क्यों हैं वर्जित?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब भगवान सूर्य का प्रवेश धनु या मीन राशि में होता है, तो उनकी ऊर्जा में कमी आ जाती है। भगवान सूर्य तेज और कार्यों की सफलता के कारक माने गए हैं। वहीं गुरु बृहस्पति शुभता और मांगलिक कार्यों के कारक माने गए हैं। धनु राशि का स्वामित्व गुरु बृहस्पति के पास है। जब भगवान सूर्य का प्रवेश इस राशि में होता है तो सूर्य और गुरु का योग होता है निर्मित होता है, जिससे गुरु की शुभता कुछ समय के लिए कमजोर हो जाती है, इसलिए खरमास की अवधि में नए और शुभ कार्य शुरू करना शुभ नहीं माना जाता।

खरमास में किए जाते हैं ये काम

खरमास के समय में पूजा पाठ दान तीर्थ यात्रा और धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है। इस दौरान भगवान सूर्य और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। खरमास की अवधि में पूजा पाठ शुभ माना जाता है।