Jind News : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर हुई पायलट रिहर्सल

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Jind News : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर हुई पायलट रिहर्सल
सीआरएसयू में योग की पायलट रिहर्सल में भाग लेते हुए।
  • आज सीआरएसयू में जिला स्तरीय कार्यक्रम में मंत्री बेदी होंगे मुख्यअतिथि
  • योग को समझें और जीवन में उतारें : एडीसी विवेक आर्य

(Jind News) जींद। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की फाइनल रिहर्सल में अतिरिक्त उपायुक्त विवेक आर्य ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की और कहा कि योग केवल आसन करने का नाम नही बल्कि यह शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और सामाजिक विकास का एक शक्तिशाली माध्यम है। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ है जोड़ अर्थात आत्मा का परमात्मा से मिलन।

यह केवल काया को स्वस्थ रखने का माध्यम नही बल्कि मन को शांत करनेए जीवन में संतुलन लाने और समाज में अपने कर्तव्यों को पूर्ण मनोयोग से निभाने का आधार है। उन्होंने कहा कि बलवान शरीर और संतुलित मन के बिना हम समाज में अपनी जिम्मेदारियों का सही निर्वहन नहीं कर सकते। एडीसी आर्य ने जिलावासियों से आह्वान किया कि वे 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने घर, आंगन, पार्कों, सार्वजनिक स्थलों, चौपालों एवं संस्थानों में सामूहिक रूप से योग साधना करें। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा।

योग दिवस का आयोजन प्रशासनिक निगरानी में किया जाएगा

जिसमें हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इसके अतिरिक्त सभी खंड स्तरों पर भी योग दिवस का आयोजन प्रशासनिक निगरानी में किया जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त ने महर्षि पतंजलि द्वारा वर्णित योग के आठ अंगों यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि के बारे मे बताते हुए कहा कि जब व्यक्ति यम-नियम व आसनों को अपने जीवन का हिस्सा बना लेता हए तो आत्मिक संतोष स्वयं ही प्राप्त हो जाता है।

उन्होंने कहा कि योग हमें हर कार्य में ध्यान और दक्षता के साथ कार्य करना सिखाता है यही असली ध्यान और कौशल है। योग प्रशिक्षण शिविर के दौरान योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न आसनों जैसे उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूकासन,  वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन  अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन का अभ्यास करवाया गया।

साथ ही कपालभाति, नाड़ी शोधन, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम एवं ध्यान भी करवाया गया। प्रशिक्षकों ने इन सभी अभ्यासों के शारीरिक, मानसिक और आंतरिक लाभों की भी वैज्ञानिक आधारों पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर एसडीएम सत्यवान मान, डीएमसी सुरेन्द्र कुमार, डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश पांचाल, जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. अमित रोहिला,  जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा रोहिल्ला, डा. योगेश, गोविंदा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, छात्र, छात्राएं तथा योग साधक उपस्थित रहे।

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