Jind News : जुलाना की नई अनाज मंडी में थर्डफेस का काम पूरा नहीं होने से परेशान किसान व आढ़ती

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Jind News : जुलाना की नई अनाज मंडी में थर्डफेस का काम पूरा नहीं होने से परेशान किसान व आढ़ती
जुलाना की नई अनाज मंडी में र्थड फेस का हाल।  
  • मंडी में ट्यूबवेल का खारा पानी हो रहा है सप्लाई

Jind News (आज समाज) जींद। जुलाना की नई अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है लेकिन मंडी में थर्ड फेस का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण किसान एवं आढ़ती परेशान हैं। मंडी में ट्यूबवेल का खारा पानी सप्लाई किया जाता है तो किसी भी लिहाज से पीने योग्य नही है। यह पानी पीकर किसान व मजदूर बीमार पड़ सकते हैं। वाटर सप्लाई का पानी मंडी में सप्लाई नहीं हो रहा है। जिसके कारण किसान, मजदूर एवं आढ़तियों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंडी एसोसिएशन ने प्रशासन से थर्डफेस का काम पूरा करने व मंडी में वाटर सप्लाई का पानी देने की मांग की है।

मंडी में 50 लाख से ज्यादा धान की बोरी आती हैं

जुलाना की नई अनाज में जुलाना क्षेत्र के साथ-साथ, रोहतक, भिवानी, झज्जर, गोहाना, हिसार जिले की धान किसान लेकर आते हैं। मंडी में 50 लाख से ज्यादा धान की बोरी आती हैं। जब सीजन जोरों पर होता है तो धान की ढेरियां मंडी से बाहर तक चली जाती है। जींद-रोहतक मार्ग भी जाम हो जाता है। मंडी में एक सप्ताह में दो या तीन तीन की छुट्टी भी धान की अधिक आवक के कारण मंडी एसोसिएशन ने करनी पड़ जाती है। मंडी में थर्ड फेस का निर्माण कार्य अधूरा कई वर्षों से पड़ा है। एक प्लेटफार्म बना दिया गया है मगर एक प्लेटफार्म नही बना है, कच्चा पड़ा है।

जमीन का लेवल भी काफी नीचा है। बरसात होते ही यह तालाब का रूप धारण कर लेता है। इसका मसौदा भी भेज रखा है केवल मंजूरी का इ  ंतजार कर रहा है। मंडी में धान की आवक ज्यादा होने के कारण मंडी में जगह धान गिराने के लिए कम पड़ रही है। इससे किसानों को अनेक दिक्कतों का सामना अपनी फसल बेचने के लिए करना पड़ रहा है। मंडी में जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह ट्यबवेल का है। ट्यूबवेल का पानी खारा है जो पीने के लायक नहीं है।

आढ़तियों को पीने का पानी रुपये में खरीदना पड़ रहा

मंडी की सप्लाई वाटर सप्लाई के पानी से नहीं जुड़ी है। आढ़तियों को पीने का पानी रुपये में खरीदना पड़ रहा है। किसान एवं मजदूरों के लिए पानी के लिए भटकना   पड़ रहा है। आढ़ती एसोसिएशन ने थर्ड फेस को निर्माण कार्य पूरा करनवाने एवं मंडी की पानी की सप्लाई जलापूर्ति विभाग से जोडऩे की मांग   प्रशासन से की है। जुलाना की नई अनाज मंडी में 50 लाख से ज्यादा धान की बोरियां आती हैं। थर्ड फेस का काम पूरा नही होने से किसानों को अपनी फसल गिराने के लिए सीजन में जगह नहीं मिलती है। मंडी में आवक ज्यादा होने से जाम लग जाता है और एसोसिएशन ने एक सप्ताह में दो या तीन की मंडी की छुट्टी भी करनी पड़ जाती है।

निर्माण कार्य अधूरा

थर्डफेस का मसौदा भी भेज रखा है लेकिन निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। अगर थर्डफेस का निर्माण कार्य पूरा हो जाए तो मंडी किसानों के लिए फसल डालने की जगह बन सकती है और जाम से छुटकारा मिल सकता है। मंडी में जो पानी सप्लाई किया जाता है, काफी खारा है और पीने के लायक नही है। जुलाना मंडी एसोसिएशन प्रधान पवन लाठर ने बताया कि आढ़ती रुपये में खरीद कर पानी पी रहे हैं।

यह पानी पीने से किसान एवं मजदूर बीमार पड़ सकते हैं। शाहबाद मारकंडा में दूषित पानी पीने से 100 से ज्यादा मजदूर बीमार पड़ गए हैं। यही हाल जुलाना मंडी को भी सकता है। मंडी एसोसिएशन मांग  करती है कि जलापूर्ति विभाग से पानी की सप्लाई मंडी में जोड़ी जाए और थर्ड फेस का काम पूरा किया जाए ताकि किसानों को फसल गिराने के लिए दिक्कतें नहीं आए और मंडी में जाम नहीं लगें।

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