जीएसटी काउंसिल की बैठक में सरकार ने लगाया 40 प्रतिशत जीएसटी
GST on IPL (आज समाज), बिजनेस डेस्क : दुनिया की सबसे बड़ी और महंगी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अब भारत की लग्जरी आइटम बन गई है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि गुरुवार को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिए गए फैसले ने साबित कर दिया है। दरअसल गुरुवार को जीएसटी बैठक की अध्यक्षता करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी स्लैब चार से हटाकर दो कर दिए।
अब जरूरी वस्तुओं पर 5 और 18 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगेगा। इसके साथ ही कुछ वस्तुओं पर विशेष कर लगाते हुए उनपर 40 प्रतिशत जीएसटी लगाया है। जिन वस्तुओं पर 40 प्रतिशत टैक्स लगेगा उन्हें लग्जरी की श्रेणी में रखा गया है। आईपीएल भी इसी श्रेणी में रखा गया है।
क्रिकेट प्रेमियों को खरीदनी पड़ेगी महंगी टिकट
अब क्रिकेट फैंस को स्टेडियम में आईपीएल मैच देखने के लिए ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे, क्योंकि सरकार ने जीएसटी की दर 28% से बढ़ाकर 40% कर दी है। इसके चलते जहां पहले एक हजार की टिकट 1280 रुपए में मिल जाती थी वहीं इसके लिए अब क्रिकेट प्रेमियों को 1400 रुपए चुकाने होंगे। हालांकि, आम क्रिकेट मैचों पर अभी भी 18% जीएसटी ही लागू रहेगा। यानी ये बदलाव सिर्फ प्रीमियम स्पोर्ट्स इवेंट्स के लिए हैं। नई टैक्स व्यवस्था ने आईपीएल देखना एक लग्जरी एक्टिविटी माना है और इसे तंबाकू उत्पादों और कसीनो जैसी सर्विसेज की ही कैटेगरी में रखा है।
आर्थिक विशेषज्ञों ने सरकार के प्रयास की सराहना की
जीएसटी काउंसलि ने देश की वित्त मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लंबे मंथन के बाद जीएसटी दरों में बदलाव को मंजूरी दे दी। इस बदलाव से आम आदमी से लेकर उद्योगपति ने खुशी जताई है और इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अच्छा संकेत बताया है। गुरुवार को जीएसटी दरों में बदलाव की तस्वीर साफ हो जाने के बाद विशेषज्ञों ने जीएसटी सुधारों को विकास के लिए सकारात्मक बताया। उनका मानना है कि यह अमेरिकी टैरिफ से होने वाले कुछ नुकसान की भरपाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से निश्चित रूप से आर्थिक विकास दर में और भी सुधार होगा।
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