कहा, समझौते की गूंज आने वाले कई दशकों तक सुनाई देगी
PM Modi Oman Visit (आज समाज), नई दिल्ली : भारत और ओमान ने अपने सात दशक पुराने रिश्तों को नई दिशा और ऊर्जा गुरुवार को प्रदान की। दोनों देशों के बीच एफटीए पर हस्ताक्षर हुए और आने वाले समय में दोनों ने द्विपक्षीय रिश्तों और आपसी व्यापार में सहयोग पर प्रतिबद्धता दर्शाई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और ओमान के बीच होने वाला व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा और आत्मविश्वास प्रदान करेगा।
मस्कट में आयोजित भारत-ओमान बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन दोनों देशों की साझेदारी को नई दिशा देने वाला साबित होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम ऐसा ऐतिहासिक निर्णय ले रहे हैं, जिसकी गूंज आने वाले कई दशकों तक सुनाई देगी। सीईपीए हमारे साझेदारी संबंधों को 21वीं सदी में नई मजबूती और नई ऊर्जा देगा।
भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ अग्रसर
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत का स्वभाव हमेशा प्रगतिशील और आत्मनिर्भर रहा है और जब भारत आगे बढ़ता है, तो अपने मित्र देशों की प्रगति में भी योगदान देता है। मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इसे वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी बताया और कहा कि ओमान के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि दोनों देश न केवल करीबी मित्र हैं बल्कि समुद्री पड़ोसी भी हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच पीढ़ियों पुराना विश्वास है और व्यापारिक संबंधों में एक-दूसरे के बाजारों की गहरी समझ है।
ओमान की कंपनियों को भारत आने का न्योता
प्रधानमंत्री ने ओमान की कंपनियों को भारत की विकास यात्रा में भागीदार बनने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने केवल नीतियां ही नहीं बदलीं, बल्कि अपने आर्थिक डीएनए में भी बदलाव किया है। इस दौरान उन्होंने जीएसटी और दिवाला व शोधन अक्षमता संहिता जैसे प्रमुख सुधारों का उल्लेख किया।


