पहले ही प्रयास में पास की परीक्षा
Hisar News (आज समाज) हिसार: हिसार के गांव बालसमंद की बेटी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में इंजीनियर बन गई है। सिमरन की इस उपलब्धि पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। सिमरन ने 30 जून से ड्यूटी ज्वाइंन कर ली है। सिमरन को सालाना 55 रुपए रुपए वेतन मिलेगा। सिमरन की उम्र महज 21 साल है। बेटी की इस कामयाबी पर बालसमंद के रहने वाले पिता राजेश कुमार ने बताया कि सिमरन ने शुरूआती पढ़ाई पास में ही कैंब्रिज स्कूल से की।
इसके बाद उसने 2021 में जेईई एडवांस का पेपर दिया और वह क्वालिफाई कर गई। राजेश कुमार ने कहा कि सिमरन घर में सबसे बड़ी बेटी है। उसकी ममता और मुस्कान दो बहनें और हैं। इसके अलावा सबसे छोटा बेटा हर्षित है। राजेश ने बताया कि मैं स्ट्रीट वेंडर हूं।
आईआईटी मंडी से की पढ़ाई
परिजनों के अनुसार, सिमरन ने 17 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में जेईई की परीक्षा पास की थी। इसके बाद आईआईटी मंडी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स में एडमिशन लिया, लेकिन सिमरन की रुचि इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में थी। उसका सपना भी माइक्रोसॉफ्ट में काम करने का था, इसलिए उसने एडिशनल सब्जेक्ट में कंप्यूटर साइंस की भी पढ़ाई की।
बेस्ट इंटर्नशिप स्टूडेंट का जीता था अवॉर्ड
कैंपस सिलेक्शन के दौरान सिमरन माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में इंटर्नशिप के लिए सिलेक्ट हुई और 2 महीने की इंटर्नशिप के बाद 300 बच्चों में बेस्ट इंटर्नशिप स्टूडेंट का अवॉर्ड जीता। सिमरन को यह अवॉर्ड अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट की ओवरसीज हेड से प्राप्त हुआ। ओवरसीज हेड स्पेशल सिमरन से मिलने अमेरिका से भारत पहली बार आई। फाइनल सिलेक्शन में सिमरन ने टॉप लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाया।
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