Gen Z Protests: पेरू में विरोध प्रदर्शनों में एक व्यक्ति की मौत, 100 से ज़्यादा घायल

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Gen Z Protests: पेरू में विरोध प्रदर्शनों में एक व्यक्ति की मौत, 100 से ज़्यादा घायल
  • राजधानी लीमा में आपातकाल की घोषणा का ऐलान 

Protests Turned Violent In Peru, (आज समाज), लीमा: पेरू में अब जेनरेशन जेड कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं और इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 100 से ज़्यादा घायल हो गए। इसके बाद इस देश की सरकार ने राजधानी लीमा में आपातकाल की घोषणा करने का ऐलान किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार व्यक्ति की मौत होने व सैकड़ों के घायल होने के तुरंत बाद सरकार ने इमरजेंसी की घोषणा की बात कही है।

नए राष्ट्रपति के पदभार ग्रहण करने के बाद शुरू हुए प्रदर्शन 

प्रदर्शन पिछले हफ़्ते नए राष्ट्रपति (President) जोस जेरी (38) के पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद शुरू हुए थे। जोस जेरी (Jose Jerry) ने पद से इस्तीफ़ा देने से इनकार कर दिया है। पेरू के अभियोजक कार्यालय ने कहा है कि वह 32 वर्षीय प्रदर्शनकारी और हिप-हॉप गायक एडुआर्डो मौरिसियो रुइज़ की मौत हुई है और मामले की जांच की जा रही है। सामूहिक प्रदर्शन के दौरान बुधवार रात रुइज़ को गोली मार दी गई थी।

अधिकारी लुइस मैगलैनेस पर शारीरिक हमला किया

स्थानीय फुटेज में प्रदर्शनकारियों से भाग रहे एक व्यक्ति द्वारा गोली चलाए जाने के बाद रुइज़ बेहोश होते हुए दिख रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जनरल ऑस्कर एरियोला ने पुष्टि की है कि अधिकारी लुइस मैगलैनेस पर शारीरिक हमला किया गया था और वह गोलीबारी के लिए ज़िम्मेदार हैं। मैगलैनेस को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उन्हें ड्यूटी से हटा दिया गया है।

राजधानी लीमा में सड़कों  पर प्रदर्शन और बड़ी झड़पें हुईं

हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने लीमा और अन्य शहरों की सड़कों पर प्रदर्शन किया और बड़ी झड़पें हुईं। पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े, जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पटाखे, पत्थर और जलती हुई वस्तुएँ फेंकी। ओम्बड्समैन कार्यालय ने बताया कि कम से कम 24 प्रदर्शनकारी और 80 पुलिस अधिकारी घायल हुए। गृह मंत्री विसेंट टिबुर्सियो ने कांग्रेस को बताया कि सरकार राष्ट्रीय पुलिस में व्यापक सुधार की योजना बना रही है। उन्होंने बताया कि 89 पुलिस अधिकारी और 22 नागरिक घायल हुए हैं तथा 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

छह पत्रकारों को छर्रे लगे और चार पर पुलिस ने हमला किया

वहीं मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि छह पत्रकारों को छर्रे लगे और चार पर पुलिस ने हमला किया। राष्ट्रपति जेरी ने प्रदर्शनकारी की मौत पर दुख” व्यक्त किया और एक निष्पक्ष जाँच का वादा किया। उन्होंने हिंसा के लिए उन अपराधियों को दोषी ठहराया जिन्होंने अराजकता फैलाने के लिए एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन में घुसपैठ की। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा, कानून का पूरा बल उन पर होगा। सांसदों से मिलने के बाद, जेरी ने कहा कि वह कांग्रेस से सार्वजनिक सुरक्षा के मुद्दों पर कानून बनाने का अधिकार” मांगेंगे, जिसमें जेल सुधार भी शामिल है।

इन चिंताओं को लेकर शुरू हुए प्रदर्शन

बता दें कि प्रदर्शन पेंशन और वेतन संबंधी चिंताओं को लेकर शुरू हुए थे, लेकिन अब ये भ्रष्टाचार और कुशासन के प्रति वर्षों की निराशा को दर्शाते हुए फैल गए हैं। पेरू के पोंटिफिकल कैथोलिक विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर उमर कोरोनेल ने एपी को कहा, पेंशन मुद्दे के बाद, अन्य निराशाएँ भी सामने आईं – जो असुरक्षा, पेरू में सरकारी क्षमता के क्षरण और भ्रष्टाचार से जुड़ी थीं।

जेरी पर लग चुके हैं यौन उत्पीड़न व भ्रष्टाचार के आरोप 

जोस जेरी एक दशक से भी कम समय में पेरू के सातवें राष्ट्रपति हैं। उन्होंने दुनिया की सबसे कम लोकप्रिय नेताओं में से एक दीना बोलुआर्टे को कांग्रेस द्वारा पद से हटाए जाने के बाद पदभार संभाला था। जेरी पर पहले भी यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जबकि उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। प्रदर्शनकारियों ने उन पर अपराध-विरोधी प्रयासों को कमज़ोर करने वाले कानूनों का समर्थन करने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की।

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