FD interest rates : FD की ब्याज दरों में हुई कटौती ,जाने अपडेट

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FD interest rates : FD की ब्याज दरों में हुई कटौती ,जाने अपडेट
FD interest rates : FD की ब्याज दरों में हुई कटौती ,जाने अपडेट

FD interest rates : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 6 जून को रेपो दर में 0.50% (50 आधार अंक) की कटौती के बाद एफडी की ब्याज दरों पर प्रभाव पड़ा है। जिससे एफडी की दरों में कटौती होगी। देश के दूसरे सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक ICICI ने FD की ब्याज दरों में कटौती की है।

ये संशोधित ब्याज दरें 3 करोड़ रुपये तक की FD पर लागू हैं। ऐसा करने वाला ICICI पहला प्रमुख निजी बैंक बन गया है। इसके अलावा IDFC फर्स्ट बैंक ने भी RBI की कटौती के बाद अपनी FD दरों में बदलाव किया है।

ICICI बैंक की FD ब्याज दर 

3 करोड़ रुपये तक की FD पर

  • 7 दिन से 45 दिन: आम जनता के लिए – 3.00%; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 3.50%
  • 46 दिन से 90 दिन: आम जनता के लिए – 4.00 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 4.50 प्रतिशत
  • 91 दिन से 184 दिन: आम जनता के लिए – 4.50 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 5.00 प्रतिशत
  • 185 दिन से 270 दिन: आम जनता के लिए – 5.50 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 6.00 प्रतिशत
  • 271 दिन से 1 वर्ष से कम: आम जनता के लिए – 5.75 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 6.25 प्रतिशत
  • एक वर्ष से कम से 15 महीने: 6.25 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 6.75 प्रतिशत
  • 15 महीने से 18 महीने से कम: आम जनता के लिए – 6.35 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 6.85 प्रतिशत
  • 18 महीने से 2 वर्ष: आम जनता के लिए – 6.50 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 7 प्रतिशत
  • 2 वर्ष 1 दिन से 5 वर्ष: आम जनता के लिए – 6.60 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 7.10 प्रतिशत
  • 5 साल 1 दिन से 10 साल: आम जनता के लिए – 6.60 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 7.10 प्रतिशत।
  • 5 साल की टैक्स सेविंग FD: 6.6 प्रतिशत; वरिष्ठ नागरिकों के लिए – 7.10 प्रतिशत।

फिक्स्ड डिपॉजिट के बारे में बातें

निश्चित ब्याज दर: FD में आपको पहले से तय ब्याज दर मिलती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 5 साल के लिए 7% की ब्याज दर पर FD में 1 लाख रुपये निवेश करते हैं, तो अवधि पूरी होने पर आपको ब्याज के साथ मूलधन भी मिलेगा। यह ब्याज साधारण या चक्रवृद्धि हो सकता है।

  • लचीला कार्यकाल: FD का कार्यकाल 7 दिन से 10 साल तक हो सकता है। आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से कार्यकाल चुन सकते हैं। शॉर्ट टर्म FD में कम ब्याज मिलता है, जबकि लॉन्ग टर्म FD में ज़्यादा ब्याज मिलता है।
    सुरक्षा: FD में आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है, खासकर अगर आप किसी प्रतिष्ठित बैंक या NBF में निवेश करते हैं। भारत में 5 लाख रुपये तक की FD पर बीमा कवर होता है, यानी अगर बैंक डूब भी जाए तो भी आपका पैसा सुरक्षित रहेगा।
  • लिक्विडिटी: अगर आपको बीच में पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप समय से पहले FD तुड़वा सकते हैं, लेकिन इसमें आपको कुछ पेनाल्टी देनी पड़ सकती है और ब्याज दर भी कम होगी।
  • टैक्स छूट: अगर आप 5 साल की टैक्स सेविंग FD में निवेश करते हैं तो आपको सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिल सकती है। लेकिन याद रखें, FD से मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है।

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