पूरे होंगे रुके हुए काम
Parivartini Ekadashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: हिन्दू धर्म में एकादशी का विशेष आध्यात्मिक महत्व माना गया है। हर महीने शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एक-एक एकादशी आती है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित होती है। 3 सितंबर को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी पड़ रही है, जिसे परिवर्तिनी एकादशी कहते हैं। परिवर्तिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन दान-पुण्य और मंत्र जाप से कार्यों में सफलता मिलती है।
बेहद शुभ और फलदायी है परिवर्तिनी एकादशी
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर में शेषनाग पर योगनिद्रा में रहते हुए करवट बदलते हैं। इसी कारण इसे परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है। इसे पद्मा एकादशी और जलझूलनी एकादशी भी कहते हैं। पद्म पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु जब करवट बदलते हैं तो वे अत्यंत प्रसन्न रहते हैं और इस समय भक्तों की हर सच्ची प्रार्थना स्वीकार करते हैं। शास्त्रों में इस एकादशी को बेहद शुभ और फलदायी बताया गया है।
आज रखा जाएगा व्रत
वेदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 3 सितंबर को सुबह 4:54 बजे शुरू होगी और 4 सितंबर को सुबह 4:22 बजे समाप्त होगी। इसलिए परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 3 सितंबर 2025 को रखा जाएगा। वहीं, अगर आपके कार्य बार-बार रुक जाते हैं या मनचाही सफलता नहीं मिल रही, तो परिवर्तिनी एकादशी पर ये 4 सरल उपाय करने से जीवन की अड़चनें दूर होने लगती हैं।
उपाय
भगवान विष्णु की पूजा और तुलसी अर्चना
सुबह स्नान करके भगवान विष्णु को पीले फूल, तुलसीदल और पीले वस्त्र अर्पित करें। तुलसी माता को जल चढ़ाकर दीपक जलाएं। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और रुके हुए कार्यों में तेजी आने लगती है।
दान-पुण्य का महत्व
इस दिन जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या अनाज का दान अवश्य करें। दान करने से पापों का क्षय होता है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। जीवन में नई राहें खुलती हैं और अटके हुए काम पूरे होने लगते हैं।
विष्णु सहस्रनाम या मंत्र जाप
परिवर्तिनी एकादशी पर ॐ नमो भगवते वासुदेवायह्व मंत्र का जाप करें। यदि संभव हो तो विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इससे मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जो कार्यसिद्धि में मदद करती है।
उपवास और सात्त्विक भोजन
एकादशी पर व्रत करने और सात्त्विक आहार लेने से शरीर और मन शुद्ध होते हैं। व्रत की शक्ति से मनोबल बढ़ता है और भगवान विष्णु की कृपा से बाधाएं दूर होती हैं। इस तरह परिवर्तिनी एकादशी पर किए गए ये उपाय न केवल रुके हुए कार्यों को गति देंगे बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और शांति भी लाएंगे।
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