उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस ने बताया अवैध रूप से रह रहे थे परिवार के 9 सदस्य
Delhi News Update (आज समाज), नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की धरपकड़ का अभियान तेज गति से जारी है। सरकार ने इस अभियान का दायरा बढ़ाकर अब दिल्ली से सटे एनसीआर व हरियाणा के कुछ जिलों तक बढ़ा दिया है। इसी के चलते हरियाणा में गिरफ्तारी के डर से बांग्लादेश ये अवैध रूप से आया परिवार हरियाणा के मेवात से दिल्ली पहुंच गया। जहां पर नौ बांग्लादेशी नागरिकों को उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार सभी आरोपी एक ही परिवार के सदस्य हैं। सभी मेवात के ईंट भट्ठे में काम कर रहे थे और छिपने के लिए दिल्ली के भारत नगर इलाके में ठिकाना तलाश कर रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से स्मार्टफोन बरामद किया है। इसमें डाउनलोड प्रतिबंधित आईएमओ एप के जरिए वह बांग्लादेश में रहने वाले रिश्तेदारों से बात कर रहे थे।
इस तरह पकड़ में आया पूरा परिवार
पुलिस ने सूचना के आधार पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध को पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन उसके फोन और दस्तावेज की जांच में उसके बांग्लादेशी होने की पुष्टि हो गई। उसने बताया कि वह यहां अवैध रूप से अपने परिवार के साथ रह रहा है। पुलिस ने उसके निशानदेही पर वजीरपुर जेजे कॉलोनी से उसके परिवार के आठ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पिछले सप्ताह पकड़े थे 121 बांग्लादेशी नागरिक
दिल्ली में पकड़े गए अवैध बांग्लादेशियों को लेकर उनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जो विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) के माध्यम से की जा रही है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि एक सप्ताह में अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। कैसे भारत में एंट्री मिली और कैसे यहां तक पहुंचे हैं। वहीं इस मामले पर पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा कि देश में बाहर से आकर रह रहे अवैध प्रवेश और ठहरने में कथित रूप से शामिल एक संदिग्ध सिंडिकेट की जांच के लिए नरेला औद्योगिक क्षेत्र पुलिस स्टेशन में भी मामला दर्ज किया गया है।
जिसकी जांच की जा रही है। जानकारी के लिए बता दें कि बीती 15 मई को दिल्ली में पुलिस ने छह जिलों में तीन दिनों के अंदर 361 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा था। इनमें से ज्यादातर को बांग्लादेशी वापस डिपोर्ट कर दिया गया है। कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने तक बाकी को लामपुर और शाहजादपुर स्थित डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। जांच में बांग्लादेश से भारत में घुसने का नया रूट भी सामने आया है।
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