GRP Chowki Incharge Arrest: हिसार में चौकी इंचार्ज 15 हजार रुपए की रिश्वत लेता गिरफ्तार, 5 महीने बाद थी रिटायरमेंट

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GRP Chowki Incharge Arrest: हिसार में चौकी इंचार्ज 15 हजार रुपए की रिश्वत लेता गिरफ्तार, 5 महीने बाद थी रिटायरमेंट
GRP Chowki Incharge Arrest: हिसार में चौकी इंचार्ज 15 हजार रुपए की रिश्वत लेता गिरफ्तार, 5 महीने बाद थी रिटायरमेंट

आत्महत्या के केस में फंसाने की धमकी दे रहा था चौकी इंचार्ज
GRP Chowki Incharge Arrest (आज समाज), हिसार: हरियाणा के हिसार में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा चौकी इंचार्ज गिरफ्तार करने का मामला प्रकाश में आया है। चौकी इंचार्ज पर आरोप है कि उसने एक युवक को आत्महत्या के केस में फंसाने की देकर 15 हजार रुपए की डिमांड की। चौकी इंचार्ज की धमकियों से परेशान होकर युवक ने मामले की शिकायत एसीबी को दी। एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर चौकी इंचार्ज को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार चौकी इंचार्ज की रिटायरमेंट में 5 माह का समय बचा था। एसीबी को मय्यड़ गांव के सोमबीर ने शिकायत दी थी।

दोस्त ने कर ली थी ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या, चौकी इंचार्ज ने मांगे 20 से 30 हजार रुपए

एसीबी को दी शिकायत में सोमबीर ने बताया कि उसके दोस्त मय्यड़ निवासी संदीप ने 13 जुलाई 2025 को ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। 15 अगस्त को एसआई महेंद्र ने सोमबीर निवासी रामायण को फोन कर चौकी बुलाया। अगले दिन जब शिकायतकर्ता अपने दोस्त सोमबीर के साथ चौकी पहुंचा तो महेंद्र सिंह ने बाहर बुलाकर कहा कि यह बड़ा मामला है और इसमें 20-30 हजार रुपए लगेंगे।

विजिलेंस एसपी हिसार को दी शिकायत, सौदे की रिकॉर्डिंग भी की

शिकायतकर्ता ने रकम कम करने की बात कही तो महेंद्र ने 21 अगस्त को दोबारा फोन किया और धमकी दी कि यदि आज 15 हजार रुपए नहीं दिए तो वह सोमबीर को आत्महत्या मामले में फंसा देगा। 2 दिन पहले पीड़ित विजिलेंस एसपी हिसार के पास पहुंचे थे, जिन्होंने उन्हें ट्रैप डिवाइस दी। इसके जरिए बातचीत और सौदे की रिकॉर्डिंग की गई। गुरुवार शाम तय रकम की पहली किस्त के रूप में 15 हजार रुपए लेते ही विजिलेंस टीम ने दबिश देकर महेंद्र को रंगे हाथ काबू कर लिया।

दोस्त ने की हुई थी बाइक एक्सचेंज, मृतक की पत्नी ने दी बाइक गायब होने की शिकायत

सोमबीर ने बताया कि मृतक संदीप ने उससे बाइक एक्सचेंज की हुई थी, लेकिन मौत से पहले वह बाइक किसी अन्य के पास गिरवी रख गया था। जिसके बाद में मृतक की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दी कि उसके पति की बाइक गायब है।

हांसी जीआरपी चौकी इंचार्ज कर रहे थे मामले की जांच, 15 हजार में तय हुआ सौदा

इसके बाद इस मामले की जांच हांसी जीआरपी चौकी इंचार्ज एसआई महेंद्र को सौंपी गई थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि मामले की जांच करते हुए एसआई महेंद्र ने उसे डराना शुरू कर दिया और केस को रफा-दफा करने के नाम पर 30 हजार रुपए की मांग की। काफी बातचीत के बाद 15 हजार रुपए में सौदा तय हुआ।

पाउडर लगाकर दिए पैसे

योजना के अनुसार गुरुवार शाम एसआई महेंद्र को पैसों के साथ रंगे हाथों पकड़ने के लिए टीम ने पैसों पर पाउडर लगाकर शिकायतकर्ता को दिए। हांसी जीआरपी चौकी में शिकायतकर्ता ने एसआई महेंद्र को 15 हजार रुपए सौंप दिए। जैसे ही उसने पैसे हाथ में लिए, एसीबी टीम ने उसे मौके पर दबोच लिया।