World News Hindi : पाकिस्तान दौरे पर जाएंगे चीन के विदेश मंत्री

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World News Hindi : पाकिस्तान दौरे पर जाएंगे चीन के विदेश मंत्री
World News Hindi : पाकिस्तान दौरे पर जाएंगे चीन के विदेश मंत्री

जानिए पाकिस्तान के लिए कितना अहम है यह दौरा, भारत को क्यों है सतर्क रहने की जरूरत

World News Hindi  (आज समाज), नई दिल्ली : चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत के दौरे पर हैं। बताया जा रहा है कि भारत के बाद वे पाकिस्तान के दौरे पर जाएंगे। भारत को वांग यी के इस दौरे से सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि पाकिस्तान के साथ चीन का दोस्ताना रिश्ता कोई नई बात नहीं है। पिछले दिनों भी जब भारत और पाकिस्तान में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हुई थी तो चीन ने सीधे तौर पर पाकिस्तान का साथ देने का ऐलान कर दिया था। ज्ञात रहे कि कर्ज, हथियारों की खरीद और इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश जैसी कई चीजें दोनों देशों को नजदीक लेकर आती हैं।

वांग यी के भारत दौरे से स्पष्ट संदेश मिलता है कि चीन पाकिस्तान के प्रति अपने समर्थन की पुष्टि करने के बाद भारत के साथ अपने संबंधों में आई दरार को संतुलित करना चाहता है। वहीं, पाकिस्तान के लिए चीनी विदेश मंत्री की यह यात्रा बढ़ती घरेलू अराजकता, आर्थिक पतन और विदेशी बेलआउट पर बढ़ती निर्भरता के बीच अपनी प्रासंगिकता साबित करने का एक मौका है। बढ़ती मुद्रास्फीति और आंतरिक संकटों के दबाव में, शहबाज शरीफ सरकार को चीन के राजनीतिक संरक्षण और आर्थिक मदद की सख्त जरूरत है।

सोमवार को एस जयशंकर से मिले वांग यी

मौजूदा समय में उनकी इस यात्रा को दोनों देशों के बीच मजबूत होते कूटनीतिक रिश्तों के तौर पर देखा जा रहा है। भारत यात्रा पर वांग यी ने सोमवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ काफी लंबी मुलाकात की। हालांकि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई यह अभी सामने नहीं आया है। विदेश मंत्री के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ विशेष मीटिंग है। वांग यी भारत के दौरे से लौटने के बाद पाकिस्तान के दौरे पर भी जाने वाले हैं। उनके इस दौरे पर भी बारीकि से ध्यान रखा जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के टौरिफ बम के बाद भी चीन के साथ संभलकर रिश्ते आगे बढ़ाने की जरूरत है।

भारत को अपना आर्थिक प्रतिद्वंदी मानता है चीन

ज्ञात रहे कि भारत की सीमा एक तरफ जहां पाकिस्तान के साथ लगती है तो वहीं दूसरी तरफ यह चीन को छूती है। इसके चलते भारत और चीन में 1962 में युद्ध भी हो चुका है। कुछ साल पहले भी गलवान में दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। चीन भारत को अपना आर्थिक प्रतिद्वंदी भी मानता है। यही कारण है कि अंतरराष्टÑीय मंच पर जब भी मौका मिलता है वह भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है।