- बारह में से नक्सलियों पर घोषित था ईनाम
12 Naxalites Surrender In Chhattisgarh, (आज समाज), रायपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आज 12 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (SP) गौरव राय ( Gaurav Rai) ने बताया किइनमें से 9 नक्सलियों पर 28.50 लाख रुपए का ईनाम था। उन्होंने बताया कि जून 2020 में शुरू किए गए ‘लोन वरार्टू’ (गोंडी बोली में जिसका अर्थ है ‘अपने घर/गांव लौटो’) अभियान के तहत अब तक जिले में कुल 1,005 नक्सली हथियार डालकर मुख्यधारा में लौट चुके हैं। इनमें 249 ईनामी नक्सली शामिल हैं।
‘लोन वरार्टू’ के तहत आत्मसमर्पण करने वालों की संख्या 1,000 पार
एसपी गौरव राय ने कहा, दंतेवाड़ा पुलिस के लोन वर्राटू अभियान (Lone Verratu Campaign) के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों की संख्या 1,000 का आंकड़ा पार कर गई है और यह उपलब्धि सरकार की दूरदर्शी नीतियों, सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई और स्थानीय समुदायों के विश्वास का नतीजा है। पुलिस के अनुसार, 2024 में दंतेवाड़ा सहित सात ज़िलों वाले बस्तर क्षेत्र में कुल 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था।
कठोर वन जीवन व खोखली माओवादी विचारधारा से कैडर निराश
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह माओवादियों की खोखली विचारधारा के कारण भटके युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने के लिए सरकार और प्रशासन की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा, दो महिलाओं सहित 12 कैडरों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने प्रतिबंधित संगठन के भीतर बढ़ते मतभेद, कठोर वन जीवन और खोखली माओवादी विचारधारा से निराशा व्यक्त की।
सरकार की नई पुनर्वास नीति से भी प्रभावित हैं कैडर
एसपी गौरव राय ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले कैडर पुनर्वास अभियान ‘लोन वर्राटू’ और राज्य सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से भी प्रभावित हैं। कैडरों में से एक चंद्रन्ना उर्फ बुरसु पुनेम (52), माओवादियों के पश्चिम बस्तर संभाग में संभागीय समिति सदस्य के रूप में सक्रिय था। वहीं अमित उर्फ हिंगा बरसा (26), गढ़चिरौली संभाग में इसी पद पर सक्रिय था। दोनों पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था। दोनों पूर्व में सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहे हैं।
जानें किस पर था कितना ईनाम
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो अन्य कार्यकर्ताओं, एरिया कमेटी सदस्य अरुणा लेकाम (25), और सेक्शन कमांडर देवा कवासी (22), पर क्रमशः 5 लाख रुपए और 3 लाख रुपए का इनाम था। एक कार्यकर्ता पर 2 लाख रुपए, एक महिला कार्यकर्ता पर 1 लाख रुपए और तीन अन्य पर 50-50 हजार रुपए का इनाम था। लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली दंतेवाड़ा के अलावा सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर ज़िलों के हैं।
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