अमेरिका ने ब्राजील पर लगाया था 50 प्रतिशत टैरिफ
Business News Today (आज समाज), बिजनेस डेस्क : जनवरी में दूसरी बार अमेरिका का राष्टÑपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने लगतार ऐसे निर्णय लिए हैं जिन्होंने न केवल अमेरिका के स्थानीय बिजनेस को प्रभावित किया है बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उथल-पुथल का माहौल तैयार कर दिया। ट्रंप का ऐसा ही एक नया फैसला था अमेरिका द्वारा लागू की जाने वाली टैरिफ की नई दरें।
ट्रंप ने विश्व के कई बड़े देशों के साथ-साथ विश्व के कुल 75 देशों के खिलाफ यह नई दरें लागू करने की घोषणा की। 9 जुलाई के बाद इन्हें व्यवहार में लाया गया और लागू करना शुरू कर दिया गया। जिन देशों पर नई दरें लागू की गई उनमें भारत के साथ-साथ ब्राजील भी शामिल है। अमेरिका ने ब्राजील पर भी 50 प्रतिशत टैरिफ दरें लागू कर दी हैं।
ब्राजील ने इस तरह निकाला हल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से ब्राजील पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के जवाब में ब्राजीलियाई सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत ब्राजीलियाई सरकार ने अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ से प्रभावित स्थानीय निर्यातकों की मदद के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना का नाम है ‘संप्रभु ब्राजील’, जिसके तहत सरकार 30 अरब रियाल (करीब 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर) की आर्थिक सहायता देगी। इस योजना को राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला दा सिल्वा ने निर्यातकों की मदद की दिशा में पहला कदम बताया। उन्होंने कहा कि संकट के समय घबराने की नहीं, कुछ नया करने की जरूरत होती है। अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के पीछे दिए गए कारण निराधार हैं।
संप्रभु ब्राजील योजना इस तरह करेगी कार्य
अब बात अगर ब्राजील सरकार की ओर से शुरू की गई इस योजना से ब्राजील के स्थानीय निर्यातकों को मिलने वाली सुविधाओं की करें तो संप्रभु ब्राजील योजना के तहत 30 अरब रियाल का कर्ज पैकेज दिया जाएगा ताकि अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित कंपनियों को राहत मिल सके। इसके साथ ही टैक्स भुगतान में छूट, छोटे और मझोले कारोबारियों को 2026 तक 5 अरब रियाल के टैक्स क्रेडिट, रद्द किए गए आॅर्डरों पर बीमा कवरेज और अमेरिका को निर्यात न हो पाने वाले उत्पादों की घरेलू सरकारी खरीद को बढ़ावा दिया जाएगा।
ब्राजील पर टैरिफ पर अमेरिका ने यह वजह बताई
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ब्राजील के कई उत्पादों पर 50% आयात शुल्क लगाया है। उन्होंने इसका कारण अपने राजनीतिक सहयोगी और ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो की न्यायिक स्थिति को बताया है, जो इस समय हाउस अरेस्ट में हैं। हालांकि दूसरी ओर ब्राजील सरकार ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि इन प्रतिबंधों का कोई वैध आधार नहीं है, और ब्राजील अपने निर्यातकों को हरसंभव समर्थन देगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर लंबे समय तक नहीं रहेगा प्रभाव
एक तरफ जहां अमेरिकी टैरिफ से अमेरिका को किए जा रहे निर्यात में 55 प्रतिशत से ज्यादा प्रभाव पड़ा है वहीं आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ेगा और यह आने वाली एक या फिर दो तिमाही में इससे उभर जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में व्यापार के मायने तेजी से बदल रहे हैं। उत्पादों के लिए यदि किसी एक बाजार में परेशानी हो रही है तो दूसरे अन्य बाजारों में इसके लिए दरवाजे खुल रहे हैं। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि भारतीय निर्यातक और अर्थव्यवस्था इस दौर से जल्द ही बाहर आ जाएगी।
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