Haryana Flood Situation: अंबाला में बेगना नदी उफान पर, हिसार में मंत्री के गांव में ड्रेन टूटी, खतरे के निशान से उपर बह रही मारकंडा नदी

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Haryana Flood Situation: अंबाला में बेगना नदी उफान पर, हिसार में मंत्री के गांव में ड्रेन टूटी, खतरे के निशान से उपर बह रही मारकंडा नदी
Haryana Flood Situation: अंबाला में बेगना नदी उफान पर, हिसार में मंत्री के गांव में ड्रेन टूटी, खतरे के निशान से उपर बह रही मारकंडा नदी

पानी में डूबा नेशलन हाईवे-344, पंचकूला-मोरनी रोड धंसी
Haryana Flood Situation, (आज समाज), चंडीगढ़: हरियाणा में बारिश के कारण हालात बिगड़ते जा रहे है। बेगना, घग्घर, टांगरी, यमुना और मारकंडा नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। खेतों के बाद अब रिहायसी इलाकों में पानी घुसने लग गया है। अंबाला में रात को बेगना नदी उफान पर आ गई। बुधवार आधी रात के बाद नदी का पानी किनारों के ऊपर से फैल गया। इससे नदी का पानी अंबाला-रुड़की नेशनल हाईवे-344 पर पहुंच गया। रात में ही हाईवे पर ट्रैफिक वनवे करना पड़ा।

गुरुवार सुबह भी हाईवे की एक लेन पानी में डूबी हुई है। इससे पहले टांगरी से सटी अंबाला कैंट की 17 कॉलोनियों में जलभराव हो गया था। अभी भी टांगरी ओवरफ्लो चल रही है। 15 हजार के डेंजर लेवल के मुकाबले इसमें 30 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है। बीते कल पंचकूला में हुई भारी बारिश के चलते मोरनी हिल्स एरिया में कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ, जिसके कारण पंचकूला-मोरनी को जोड़ने वाली सड़क भी कई जगहों से टूट गई है।

मारकंडा नदी में बह रहा 43,230 क्यूसेक पानी

अंबाला के मुलाना क्षेत्र में मारकंडा और उसकी सहायक नदी बेगना उफान पर है। इसकी वजह से नदियों का पानी नेशनल हाईवे-344 के ऊपर से बह रहा है। हाईवे की एक साइड बंद करनी पड़ी है। एक ही तरफ से ट्रैफिक गुजरने से यहां जाम की स्थिति है। यह हाईवे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच कड़ी है। इस वजह से पांच राज्यों के वाहन जाम में फंस रहे हैं। गुरुवार दोपहर तक मारकंडा नदी का जलस्तर 43,230 क्यूसेक बना हुआ है।

हिसार के 180 गांवों में जलभराव

हिसार के 180 गांवों में जलभराव।
हिसार के 180 गांवों में जलभराव।

हिसार में बारिश से सुबह पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर के गांव गंगवा और गांव खरड़ में ड्रेन टूट गई, इससे सैकड़ों एकड़ फसल तबाह हो गई है। यहां पहले से पानी खेतों में खड़ा था। ग्रामीणों को डर है कि पानी घरों की तरफ ना आ जाए। बारिश के कारण स्कूलों में जलभराव, रास्तों में जलभराव सहित बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह फैसला लिया गया है। बारिश के कारण 180 से ज्यादा गांवों में पानी खड़ा हो गया है।

इसके चलते लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। लोग अपने पशुओं को लेकर रिश्तेदारों के यहां या ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं। शहर के नजदीक आर्यनगर, मिजार्पुर, मात्रश्याम, शाहपुर, कैमरी में भी घुटनों तक पानी खड़ा है। 100 से अधिक परिवारों ने अलग-अलग गांवों में पलायन कर लिया है। वहीं दिल्ली हिसार नेशनल हाईवे नंबर 9 पर भैणी महाराजपुर और मुंढाल में 2 फीट पानी जमा है। डीसी अनीश यादव ने हिसार जिले के सभी स्कूलों में छुट्टियां करने की घोषणा कर दी है।

डेंजर लेवल पर पहुंचा यमुना का जलस्तर

हथिनीकुंड बैराज के फ्लड गेट लगातार चौथे दिन खुले हुए हैं। इसमें अभी भी 1 लाख क्यूसेक के डेंजर लेवल से ज्यादा पानी आ रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े पानी से दिल्ली जाती यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इससे यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत के यमुना से सटे इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। वहीं दिल्ली के औखला बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल पर पहुंच गया है।

मारकंडा के तटबंध में दरार पड़ी, कई गांवों में बाढ़ का खतरा

मारकंडा के तटबंध में दरार पड़ी, कई गांवों में बाढ़ का खतरा
मारकंडा के तटबंध में दरार पड़ी, कई गांवों में बाढ़ का खतरा

कुरुक्षेत्र के पिहोवा और इस्माइलाबाद में हल्की बारिश के बीच जलबेहड़ा में मारकंडा नदी का लेवल डेंजर लेवल पार कर गया है। यहां नदी का डेंजर लेवल 5 फुट है लेकिन 14 हजार क्यूसेक पानी आने से 6.7 फुट पानी बह रहा है। इससे पहले मारकंडा में नैंसी गांव के पास दरार पड़ चुकी है, जिसकी वजह से आसपास के खेतों में पानी घुस गया और रिहायशी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया।

पंचकूला-मोरनी रोड पर लैंडस्लाइड

पंचकूला-मोरनी रोड पर लैंडस्लाइड।
पंचकूला-मोरनी रोड पर लैंडस्लाइड।

बीते कल पंचकूला में हुई भारी बारिश के चलते मोरनी हिल्स एरिया में कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ, जिसके कारण पंचकूला-मोरनी को जोड़ने वाली सड़क भी कई जगहों से टूट गई है।

यमुनानगर के टापू कमालपुर गांव में 15 एकड़ भूमि यमुना में बही

यमुनानगर के टापू कमालपुर गांव में 15 एकड़ भूमि यमुना में बही।
यमुनानगर के टापू कमालपुर गांव में 15 एकड़ भूमि यमुना में बही।

यमुनानगर के टापू कमालपुर गांव में यमुना नदी का उफनता पानी हर साल की तरह इस बार भी तबाही मचा रहा है। तेज कटाव ने पिछले दो दिनों में 15 एकड़ से अधिक कृषि भूमि को निगल लिया, जिसमें पोपलर और गन्ने की फसलें थीं। अब कटाव गांव की करीब दो हजार आबादी से महज 200 मीटर दूर है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। यमुना किनारे बन रहा एक मंदिर, जो नदी से केवल 10 मीटर दूर है, भी खतरे की जद में है।

इन क्षेत्रों में दोपहर साढ़े 3 बजे तक बारिश की चेतावनी

मौसम विज्ञान केंद्र, चंडीगढ़ ने हरियाणा में बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके मुताबिक हिसार, आदमपुर, नाथूसरी चोपटा, फतेहाबाद, कैथल, नरवाना, सिरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, गुढ़ा में तेज बारिश हो सकती है। इसके अलावा हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद, नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, थानेसर, जींद, कैथल, नीलोखेड़ी, नरवाना, सिरसा, कलायत, डबवाली, बराड़ा, नारायणगढ़, पंचकूला, गुढ़ा, पिहोवा, शाहाबाद, अंबाला, कालका में हल्की बारिश हो सकती है।

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