- एडीसी राहुल मोदी ने फसल अवशेष का प्रबंधन को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक
Rewari News(आज समाज नेटवर्क) रेवाड़ी। एडीसी राहुल मोदी ने किसान से आह्वान किया कि पराली न जलाएं, बल्कि फसल अवशेषों का प्रबंधन करें। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए त्रि-आयामी रणनीति अपनाई है। जिसमें पराली का इन-सीटू, एक्स-सीटू और पशुचारे के रुप में उपयोग शामिल है। सी.आर.एम. स्कीम के तहत किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए 1200 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करवाई जा रही है। एडीसी राहुल मोदी ने बैठक लेते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए फसल अवशेष न जलाने को लेकर लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।
बैठक से पूर्व वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन राजेश वर्मा ने प्रदेश के उपायुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी दिशा-निर्देश दिए। चेयरमैन राजेश वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नियुक्त नोडल अधिकारी आने वाले दिनों में पैट्रोलिंग और मॉनिटरिंग बढाएं। अगर नोडल अधिकारी इसमें कोई कोताही बरतते हैं तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।एडीसी ने बताया कि जिला में 1818 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 5377 एकड़ में धान फसल का रजिस्ट्रेशन किया है।
जिले में धान कटाई कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है व जिले के किसान सुपर सीडर, जीरो टील सीड ड्रील आदि आधुनिक कृषि यंत्र से पराली प्रबंधन करते हुए गेहूं की बिजाई कर रहे हंै। जिले में पराली जलाने की घटनाओं की निगरानी व रोकथाम के लिये 121 नोडल अधिकारी तैनात किए गए है। इस अवसर पर सहायक कृषि अभियंता दिनेश शर्मा, तकनीकी सहायक डा. मनोज कुमार, कृषि विकास अधिकारी (कृषि यंत्र) सुनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़े:- Rewari News : सरकारी अस्पतालों में दवा और चिकित्सा की समस्त सुविधाएं उपलब्ध : आरती सिंह राव


