Haryana News : हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटला की सियासी विरासत को लेकर बेटों में छिड़ी जंग

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Haryana News : हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटला की सियासी विरासत को लेकर बेटों में छिड़ी जंग
Haryana News : हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटला की सियासी विरासत को लेकर बेटों में छिड़ी जंग

जेजेपी ने किया पोस्टर में ओपी चौटाला का फोटो लगाने का ऐलान
अभय बोले- मेरे पैर में जूत, ओपी चौटाला ने इन्हें गद्दार कहा था
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व सीएम स्वर्गीय ओमप्रकाश चौटाला की राजनीतिक विरासत को लेकर दोनों बेटे अजय और अभय चौटाला आमने-सामने आ गए है। दोनों के बीच ओपी चौटाला की सियासी विरासत को लेकर जंग छिड़ गई है। बड़े बेटे अजय चौटाला जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के पोस्टर पर ओपी चौटाला का फोटो लगाने का ऐलान कर चुके है।

जब इस बात का पता छोटे बेटे और इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला को पता चला तो उन्होंने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब ये इनेलो छोड़कर गए थे तो चौधरी ओपी चौटाला ने इन्हें गद्दार कहा था। गद्दार उनकी फोटो कैसे लगा सकते हैं। अभय ने कहा कि वह यदि चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का पोस्टर लगाएंगे तो मेरे पैर में जूत आता है।

रोहतक में प्रदेश कार्यालय के उद्घाटन पर किया पोस्टर में फोटो लगाने का ऐलान

जेजेपी ने रोहतक में प्रदेश कार्यालय खोला है। इसके उद्घाटन पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला सभी के पूजनीय हैं। अब से जेजेपी के सभी पोस्टरों में डॉ. भीमराव अंबेडकर, चौधरी देवीलाल, सर छोटूराम, शहीद भगत सिंह के साथ ओपी चौटाला की तस्वीर भी लगाई जाएगी।

ऐसे पड़ी पार्टी में फूट

साल 2013 में जब ओमप्रकाश चौटाला और अजय चौटाला जेबीटी घोटाले में 10 साल के लिए जेल गए तो इनेलो की कमान अभय चौटाला के हाथ में आ गई। 2014 के चुनाव में अजय चौटाला के बड़े बेटे दुष्यंत चौटाला राजनीति में आए। 2014 में दुष्यंत हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और कुलदीप बिश्नोई को हराकर सांसद बने। उसके बाद राज्य में विधानसभा चुनाव आए और इनेलो हार गई। दुष्यंत के सांसद बनने के बाद पार्टी 2 खेमों में बंट गई थी। एक गुट अभय चौटाला के साथ खड़ा था और दूसरा दुष्यंत के साथ।

2018 में गोहाना रैली में लगे दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री बनाने के नारे

खींचतान के बीच पार्टी चलती रही। फिर अक्टूबर 2018 में इनेलो की गोहाना में रैली थी। ओमप्रकाश चौटाला और अभय चौटाला के सामने यहां दुष्यंत चौटाला को अगला मुख्यमंत्री बनाने के नारे लगने लगे। इस पर ओमप्रकाश चौटाला नाराज हो गए। उन्होंने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए अपने बड़े बेटे अजय चौटाला को बेटों दुष्यंत और दिग्विजय समेत पार्टी से निकाल दिया।

2018 में बनाई जेजेपी, 10 विधानसभा सीट जीतकर दुष्यंत बने किंगमेकर

इसके बाद 2018 में इनेलो से अलग होकर अजय चौटाला ने जनता जननायक पार्टी बना ली। 2019 में चुनाव हुए तो जेजेपी 10 सीटें जीत गई। इनेलो सिर्फ अभय चौटाला वाली ऐलनाबाद सीट ही जीत सकी। भाजपा तब 90 सीटों वाली विधानसभा में सिर्फ 40 सीटें ही जीत सकी। इसके बाद जेजेपी किंगमेकर बनी और दुष्यंत ने भाजपा के साथ सरकार में शामिल होकर महज 31 साल की उम्र में हरियाणा के डिप्टी सीएम बन गए। लेकिन 2024 के चुनाव में जेजेपी का खाता भी नहीं खुल सका। खुद दुष्यंत चौटाला उचान से चुनाव हार गए।

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