10 हजार रुपए से खरीदे थे हेरोइन के टीके, एक भाई पहले नशे की भेंट चढ़ चुका
Punjab Breaking News (आज समाज), तरनतारन : पंजाब सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद प्रदेश में नशे पर लगाम लगती दिखाई नहीं दे रही। ताजा मामला तरनतारन का है जहां नशे की ओवरडोज से दो सगे भाइयों की मौत होने का समाचार है। बाढ़ के प्रकोप के बीच ये दोनों भाई नशे के लिए इतने व्याकुल हो गए कि 10 हजार रुपए खर्च करके दोनों हेरोइन के इंजेक्शन ले आए।
इसके बाद दोनों रात को इंजेक्शन लेते रहे जिससे सुबह दोनों के शव घर की छत से बरामद हुए। एक साथ इस तरह दो पुत्रों के शव देखकर बुजुर्ग मां बेसुध हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में नशा सरेआम बिक रहा है। लोगों ने सीएम से मांग की है कि नशा खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जाए।
दो साल में पिता व तीन बेटों की हुई मौत
खडूर साहिब से छह किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव जामाराय की महिला सरपंच के पति परमजीत सिंह ने बताया कि पूर्व सैनिक लखविंदर सिंह की दो वर्ष पहले मौत हो चुकी है। उनके बड़े बेटे बहादर सिंह को डेढ़ वर्ष पहले नशे ने निगल लिया था। बहादर सिंह के दो भाई मलकीत सिंह और गुरप्रीत सिंह एक साथ मिलकर चिट्टे के टीके लगाते थे। गांव तुड़ से संबंधित नामी नशा तस्कर शनिवार की शाम को दोनों भाइयों को दस हजार रुपये की हेरोइन देकर गया। मां रंजीत कौर ने बताया कि वह दुहाई देती रही कि घर का राशन लाना है, बाढ़ का भी खतरा है, लेकिन दोनों भाइयों ने एक नहीं सुनी।
पंजाब सरकार ने चलाया हुआ है अभियान
ज्ञात रहे कि पंजाब सरकार ने गत एक मार्च से पूरे प्रदेश में नशा विरोधी अभियान चलाया हुआ है। जिसके तहत न केवल हजारों की संख्या में नशा तस्करों को सलाखों के पीछे धकेला गया है बल्कि भारी मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किए जा रहे हैं। सीएम ने इस अभियान के लिए एक पांच सदस्यीय सबकमेटी का गठन किया है जो इसका लगातार निरीक्षण कर रही है। वहीं सीएम मान ने प्रदेश के लोगों से यह अपील कई बार की है कि वे नशा विरोधी इस अभियान में सरकार का सहयोग करें और जो भी नशा बेचता हुआ दिखाई दे उसकी सूचना तुरंत संबंधित पंचायत, पुलिस चौकी व स्थानीय प्रशासन को दें।
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