जांच में हुआ खुलासा, छह दिसंबर को दिल्ली दहलाने की फिराक में थे आतंकी
Delhi Blast Breaking Update (आज समाज), नई दिल्ली : लाल किले के पास सोमवार को हुए बम विस्फोट की जांच जांच जारी है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे इस मामले में हैरानीजनक खुलासे हो रहे हैं। जिससे न केवल सुरक्षा एजेंसियां हैरान हैं बल्कि दिल्ली की आम पब्लिक भी दहशत में है। ज्ञात रहे कि सोमवार देर शाम हुए इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 से ज्यादा घायल हुए। जांच में यह भी स्पष्ट हो गया है कि लाल किले के नजदीक सोमवार शाम कार में हुआ धमाका पुलवामा निवासी डॉ. उमर नबी ने ही अंजाम दिया था। घटना स्थल पर कार में चिथड़ों में मिली लाश से लिए डीएनए के नमूने का उमर की मां के डीएनए से मिलान हो गया है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस बरसी पर करने थे धमाके
जांच में खुलासा हुआ है कि उमर छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर दिल्ली में मुंबई के 2008 के 26/11 जैसे हमले को अंजाम देने की फिराक में था। इसीलिए बड़ी मात्रा में विस्फोटक जमा किया गया था। जांचकतार्ओं को फरीदाबाद के सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के तहत पकड़े गए आठ संदिग्धों से पूछताछ में इस साजिश का पता चला है। एजेंसियों के मुताबिक, लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर उनके निशाने पर थे। देशभर में रेलवे स्टेशनों और शॉपिंग मॉल्स को भी निशाना बनाने की तैयारी थी।
कार बम बनाने की कोशिश में जुटा था
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उमर ने अपने साथियों को बताया था कि वह दिसंबर में हमला करेगा। इसे अंजाम देने के लिए ही उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। जांच एजेंसियां मान रही हैं कि उमर वाहन से जुड़ा विस्फोटक यानी कार बम बनाने की कोशिश में जुटा था और इसके लिए उसने इंटरनेट से जानकारी जुटाई। 10 नवंबर को साथियों की गिरफ्तारी से डरकर उमर ने बौखलाहट में विस्फोट कर दिया।
फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में रची साजिश
इस ब्लास्ट की साजिश फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में रची गई। इस साजिश का मुख्य आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल था जोकि अपने साथियों के साथ पिछले दो साल से आंतकी संगठनों के साथ मिलकर दिल्ली को दहलाने की तैयारी में जुटा था। मुजम्मिल कश्मीर के पुलवामा से संबंधित है और इस विस्फोट में दूसरे मुख्य साजिशकतार्ओं का संबंध भी घाटी से होने के चलते खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में व्यापक अभियान चलाया है।
जम्मू-कश्मीर में बुधवार दिनभर चली कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 300 से अधिक ठिकानों पर व्यापक छापे मारे। यह कार्रवाई अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, बारामुला, सोपोर और बडगाम समेत कश्मीर के अन्य हिस्सों में एक साथ की गई। इस दौरान जमात से जुड़े सदस्यों व सहयोगियों के घरों और परिसरों को खंगाला गया। कई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
अधिकारियों के अनुसार ये छापे खुफिया जानकारी के आधार पर मारे गए हैं। पता चला था कि जमात से जुड़े सदस्य गुप्त माध्यमों और अन्य तरीकों से अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच के दौरान पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री, दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी किताबें बरामद की हैं।
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