- सावन माह का पहला सोमवार, उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
- भगवान शिव के जलाभिषेक को लेकर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:11 से 04:52 बजे तक
आज समाज नेटवर्क, जींद:
Special Preparations in Jayanti Devi Temple: सावन माह 2025 का पहला सोमवार 14 जुलाई को है और इस दिन जींद के पौराणिक जयंती देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। सावन माह जो भगवान शिव को समर्पित है के पहले दिन (11 जुलाई) से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। सुबह होते ही श्रद्धालु मंदिर पहुंचना शुरू हो जाते हैं और भगवान शिव का जलाभिषक करते हैं। हर-हर महादेव के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठता है।
जलाभिषेक को लेकर ब्रह्म मुहूर्त
सोमवार को मंदिर में भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए श्रद्धालुओं ने दूध, दही, शहद, गंगाजल और घी से शिवलिंग का अभिषेक किया जाएगा और सुख व समृद्धि की कामना की जाएगी। सोमवार को भगवान शिव के जलाभिषेक को लेकर ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:11 से 04:52 बजे तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:59 से 12:55 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही प्रदोष काल भी जलाभिषेक के लिए यह शुभ माना जाता है।
शिवालय को फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से सजाया
जयंती देवी मंदिर में सावन माह के पहले सोमवार को विशेष तैयारियां की गई हैं। मंदिर परिसर में मौजूद शिवालय को फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। हर दिन की तरह सोमवार को सुबह चार बजे से मंदिर के पट खुल जाएंगे। श्रद्धालु बेलपत्र, फूलमाला और गंगाजल के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना करेंगे। श्रद्धालुओं के लिए शिव पूजा के लिए विशेष सर्पनुमा पात्र बनाए गए हैं। जिनमें जल या दूध डाल कर भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा।
श्रद्धा और नियम से पूजन करें Special Preparations in Jayanti Devi Temple
जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि सोमवार को प्रात:काल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।शिवलिंग की पूजा के लिए मंदिर जाएं या घर पर शिवलिंग स्थापित करके श्रद्धा और नियम से पूजन करें। शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से करें। इसके बाद बेलपत्र, सफेद पुष्प, अक्षत और भस्म अर्पित करें। फिर भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग लगाएं और तीन बार ताली बजाते हुए उनका नाम स्मरण करें।
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