अधूरी रह गई Shefali Jariwala की सबसे बड़ी ख्वाहिश

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अधूरी रह गई Shefali Jariwala की सबसे बड़ी ख्वाहिश

आज समाज, नई दिल्ली: Shefali Jariwala: 2002 में ‘कांटा लगा’ गाने से रातोंरात सुपरस्टार बनीं शेफाली जरीवाला अब हमारे बीच नहीं रहीं। 27 जून को कार्डियक अरेस्ट से उनके निधन की खबर ने पूरे इंडस्ट्री और उनके फैंस को झकझोर कर रख दिया। 42 साल की उम्र में इस तरह अचानक जाना किसी के लिए भी पचाने वाला नहीं है। लेकिन उनकी मौत से भी ज्यादा दुखद बात ये है कि एक सपना जो उन्होंने बचपन से देखा था, वो अधूरा ही रह गया।

दरअसल, शेफाली का सबसे बड़ा सपना था – “मां बनना”। उन्होंने खुद एक पॉडकास्ट में खुलासा किया था कि वे महज 12 साल की उम्र से इस ख्वाहिश को दिल में लिए घूम रही थीं। दो शादियां करने के बाद भी जब वह नेचुरल तरीके से मां नहीं बन पाईं, तो उन्होंने पति पराग त्यागी के साथ मिलकर बच्चा गोद लेने का प्लान बनाया था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।

दो बार शादी करने के बाद भी नहीं पूरा हुआ ये सपना

शेफाली ने कहा था – “मैंने 12 साल की उम्र से सोचा था कि मैं एक दिन मां बनूंगी। मैंने दो बार शादी की, लेकिन दोनों बार ये सपना पूरा नहीं हो सका। अब मैं अडॉप्शन के प्रोसेस में हूं, लेकिन यह एक लंबा रास्ता है। पराग भी इसके लिए तैयार हैं। हम दोनों ने इस पर गंभीरता से बात की है।”

उनके मुताबिक, पराग और उनकी उम्र में भी थोड़ा फर्क था, और तमाम कोशिशों के बावजूद नेचुरल मेथड से ये अब मुमकिन नहीं था। यही वजह थी कि शेफाली ने अडॉप्शन को ही आखिरी उम्मीद माना था। लेकिन अडॉप्शन की लंबी प्रक्रिया, डॉक्युमेंटेशन और समय की जटिलताओं में उनका ये सपना अधूरा ही रह गया।

शेफाली की ज़िंदगी और रिश्ते

शेफाली की पर्सनल लाइफ भी उतार-चढ़ाव से भरी रही। 2004 में उन्होंने पहली शादी हरमीत सिंह से की थी, लेकिन 2009 में तलाक हो गया। इसके बाद 2014 में उन्होंने टीवी एक्टर पराग त्यागी से दोबारा शादी की, और दोनों की जोड़ी को फैंस ने खूब पसंद किया।

हाल ही में जब शेफाली की मौत की खबर आई, तो पति पराग से पुलिस ने पूछताछ भी की, लेकिन बाद में साफ हुआ कि सबकुछ सामान्य था। उनके करीबी दोस्तों ने बताया कि शेफाली इन दिनों परिवार बढ़ाने की तैयारी कर रही थीं और बच्चों को लेकर बेहद उत्साहित थीं।

एक सपना… जो अब कभी पूरा नहीं होगा

शेफाली जरीवाला का इस तरह से चले जाना न सिर्फ इंडस्ट्री के लिए नुकसान है, बल्कि एक मां बनने की ख्वाहिश रखने वाली महिला के अधूरे सपनों की भी दर्दनाक दास्तान है। उनके चाहने वाले आज भी ये सोचकर उदास हैं कि एक मुस्कुराता चेहरा, एक सशक्त महिला, और एक प्यारी इंसान का सबसे प्यारा सपना… अब बस एक याद बनकर रह गया है।