
- डीसी अभिषेक मीणा ने पोषण अभियान को प्रभावी रूप से क्रियांवित करने के दिए निर्देश
(Rewari News) रेवाड़ी। राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत महिलाओं व बच्चों में कुपोषण और एनीमिया को खत्म करने के लिए जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है जो जिला में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की निगरानी व कार्डिनेशन का काम करेगी। डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि महिलाओं व बच्चों में कुपोषण और एनीमिया को खत्म करने के लिए जिला में चलाई जा रही सभी गतिविधियों का प्रभावी कार्यान्वयन और निगरानी सुनिश्चित की जाए।
शुक्रवार को डीसी ने लघु सचिवालय में जिला टास्क फोर्स की बैठक लेते हुए कहा कि पोषण अभियान के तहत जमीनी स्तर पर कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए गांव स्तर पर पोषण पंचायतों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने आंगवाड़ी केंद्रों में बनाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता ध्यान रखने सहित आंगनवाड़ी केन्द्रों में इसकी जांच सुनिश्चित करने को कहा।
डीसी ने निर्देश दिए कि महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ स्वास्थ्य, आयुष तथा शिक्षा विभागों के प्रतिनिधि मिलकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए इस मुहिम को सफल बनाएं। आहार विविधता को बेहतर बनाने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों, पंचायती भूमि और सामुदायिक स्थानों पर ‘पोषण वाटिकाएं’ (पोषण उद्यान) बनाने की योजना बनाएं। बागवानी और आयुष विभाग पौधे, बीज (औषधीय पौधों सहित) उपलब्ध करवाने के साथ-साथ तकनीकी सहायता भी प्रदान करेंगे।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में सक्रियता रखें विभाग : डीसी
डीसी अभिषेक मीणा की अध्यक्षता में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत गठित जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक के दौरान बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।डीसी ने कहा कि बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करें। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाली बेटियों को सम्मानित करें, जिससे उनका उत्साहवर्धन हो सके।
एकल बालिका योजना के तहत नसबंदी करवाने वाली माताओं को प्रोत्साहित करने पर भी चर्चा हुई
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति, नारी सम्मान और नारी स्वावलंबन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करें। इसके लिए योजनाओं का लाभ बेटियों तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता देते हुए लोगों में जागरूकता अभियान चलाएं। बैठक में ग्राम पंचायत स्तर पर बेटी जन्मोत्सव मनाने की योजना बनाई गई। एकल बालिका योजना के तहत नसबंदी करवाने वाली माताओं को प्रोत्साहित करने पर भी चर्चा हुई।
बैठक में पीसी एवं पीएनडीटी और एमटीपी छापों और जिले के लिंग अनुपात की समीक्षा की गई। वहीं हर तिमाही में माध्यमिक शिक्षा स्तर पर लड़कियों के बीच स्कूल छोडऩे की दर और लड़कियों/महिलाओं के कौशल विकास पर भी चर्चा हुई। डीसी ने संबंधित अधिकारियों को कहा कि बालिकाओं के लिए कार्यात्मक शौचालय उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव ने विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया।
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